आकाश द्विवेदी/भोपाल: सागर में वैक्सीनेशन के दौरान करीब 30 बच्चों को एक ही सिरिंज से वैक्सीन लगाने के मामले (Sagar Vaccination Case of 30 Children) में चिकित्सा शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान आया है. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि लापरवाही करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की गई है. साथ ही एफआईआर भी दर्ज हो गई है.


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सागर में बच्चों की जान से खिलवाड़, एक स‍िरिंज से 30 बच्चों को लगा दी कोरोना वैक्‍सीन


बच्चों को क्लोज मॉनिटर किया जाएगा
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Vishwas Sarang) ने कहा कि टीकाकरण के बाद सभी बच्चों की जांच की गई और ब्लड सैंपल लिया गया है. हेपेटाइटिस बी या अन्य कोई समस्या न हो इसलिए जांच की गई. 28 दिनों तक सभी बच्चों को क्लोज मॉनिटर किया जाएगा.


इसलिए स्थिति हुई पैदा 
इस घटना का कारण बताते हुए कहा गया कि गाड़ी में सिरिंज का डिब्बा भूल जाने और आलस्य के कारण सिरिंज नहीं लाने से यह स्थिति पैदा हुई. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि लापरवाही पर होगी सजा, किसी को बख्शा नहीं जाएगा.



एक सिरिंज से 30 बच्चों को टीका 
बता दें कि सागर के जैन पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल में कोविड टीकाकरण के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई थी. यहां करीब 30 बच्चों को एक सुई से टीका लगाया गया. बच्चों के परिजनों ने यह देखा तो उन्होंने टीकाकरण का विरोध किया और हंगामा किया. मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गोपालगंज थाने में वैक्सीनेटर जितेंद्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. साथ ही इस मामले में वैक्सीन की मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है.


दरअसल सागर के जैन पब्लिक स्कूल में स्कूली बच्चों के लिए कोरोना टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया था. इसमें स्वास्थ्य विभाग ने निजी नर्सिंग कॉलेज एसवीएन में पढ़ने वाले नर्सिंग छात्रों की ड्यूटी भी लगाई थी. टीकाकरण शुरू हुआ और तीसरे वर्ष के छात्र जितेंद्र राज ने बच्चों को टीकाकरण शुरू किया. एक के बाद एक उसने एक ही सिरिंज से करीब 30 बच्चों पर कोविड का टीका लगाया.