MP News: सागर। पुलिस आईजी के दफ्तर में बुधवार को अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला जब बड़ी संख्या में लोग ऑफिस के फर्श पर बैठकर रामभजन करते नजर आए. ये लोग कोई और नहीं बल्कि सत्ताधारी भाजपा कार्यकर्ता थे. ये अपनी ही सरकार के अधिकारियों के रवैये से नाराज थे और पहले राम भजन करते रहे और फिर इन लोगों ने दफ्तर में पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है मामला?
दरअसल पूरा विवाद पिछले दिनों सागर नगर निगम के एक भाजपा पार्षद और एक पार्षद पति के साथ पुलिस की हुई कहासुनी स जुड़ा है. वाहन चेकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने एक पार्षद और उनके साथ जा रहे पार्षद पति की बाइक को रोक कर कार्रवाई करनी चाही जिसके बाद सड़क पर बबाल हुआ. उसके बाद पुलिस ने भाजपा पार्षद और उनके साथी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज किया था.


गिरफ्तारी की कोशिश
मामला दर्ज करने के बाद से आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही हैं. लेकिन, ये सब इलाके के भाजपा नेताओं को रास नहीं आ रहा है. चार दिन पहले भाजपा नेता बड़ी संख्या में सड़क पर आए थे और आज नगर निगम के अध्यक्ष के साथ पार्षदों और दूसरे भाजपा नेताओं ने सागर रेंज के आईजी से समय मांगा था. कल आईजी ने आज मिलने का समय दिया था. लेकिन, तय वक़्त पर पहुंचे इन नेताओं को पता चला कि आई जी दफ्तर में नही है और आज आएंगे भी नहीं.


नहीं आए IG तो भड़के नेता
जब IG नहीं आए तो भाजपाइयों को गुस्सा आ गया और वो उनके दफ्तर के बाहर धरना देकर बैठ गए और राम भजन करने लगे. नगर निगम के अध्यक्ष वृन्दावन अहिरवाल के मुताबिक वो लोग आईजी से समय लेकर आये थे और ये हालात नेताओं का अपमान है.


DIG ने संभाला मोर्चा
करीब दो घंटे तक आईजी ऑफिस में चले इस हंगामे के बीच डीआईजी अरविंद जैन ने मोर्चा संभाला और भाजपाइयों का ज्ञापन लिया तब कहीं जाकर दफ्तर में चल रहा आंदोलन खत्म हुआ. डीआईजी के मुताबिक, आईजी की तबीयत ठीक नहीं है जिस कारण वो दफ्तर नहीं आए हैं. भाजपा नेताओं ने जो आवेदन दिया है उस पर जांच की जा रही है.