18 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद डी गुकेश ने अब खुलकर बात की है. गुकेश ने बताया कि उन्हें जीत की उम्मीद नहीं थी. लेकिन संयम बनाए रखा और डिंग लिरेन को शानदार अंदाज में मात दी.
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D Gukesh: 18 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद डी गुकेश ने अब खुलकर बात की है. उन्हें जीत की उम्मीद नहीं थी क्योंकि मुकाबला ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था. लेकिन गुकेश ने संयम बनाए रखा और डिंग लिरेन को शानदार अंदाज में मात दी. उन्होंने बताया कि 14वें और अंतिम गेम में अपनी जीत से पहले के क्षणों में वह क्या महसूस कर रहे थे. गुकेश टीम इंडिया को 3 आईसीसी ट्रॉफी जिताने वाले कैप्टन कूल धोनी के फैन हैं. उन्होंने धोनी की तरह ही मन को शांत रखा और इतिहास रच दिया.
ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था मैच
गुकेश ने NDTV से बातचीत में कहा, 'मुझे उस अंतिम गेम को जीतने की उम्मीद नहीं थी क्योंकि स्थिति ड्रॉ की ओर बढ़ रही थी. उद्देश्य यह था कि यह ड्रॉ पर ही रुक जाए लेकिन जब उन्होंने गलती की तो यह काफी अच्छा पल था.' उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व कोच पैडी अप्टन की भूमिका को भी खिताबी जीत का श्रेय दिया. अप्टन भारत की उस टीम का हिस्सा थे, जब उन्होंने 2011 का विश्व कप जीता था.
अप्टन को लेकर क्या बोले गुकेश
पैडी अप्टन को लेकर गुकेश ने कहा, 'पैडी के साथ काम करना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है. उन्होंने मैच के लिए मेरी भावनात्मक, शारीरिक और मानसिक तैयारी में बहुत मदद की है. बहुत सारे सुझाव मिले, बहुत सारी बातचीत हुई जिनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. मैं देख सकता हूं कि बहुत सारे बच्चे इस खेल में रुचि ले रहे हैं. बहुत सारे माता-पिता और कोच बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. मैं भारत में शतरंज में इस क्रांति का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं और मुझे उम्मीद है कि यह आगे बढ़ेगा और हम हर दिन और मजबूत होते जाएंगे.'
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धोनी के फैन हैं गुकेश
गुकेश ने धोनी को लेकर कहा, 'मैं धोनी सर का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं और उनसे तुलना किया जाना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. मुझे लगता है कि दबाव में शांत रहने की क्षमता उनमें है और मुझे लगता है कि मैं भी इसमें काफी अच्छा हूं.'