Satna Central Jail News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना में जेल प्रबंधन ( Jail management) ने एक अच्छी मुहिम पेश की है. यहां की केंद्रीय जेल में बंद बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए और तनावमुक्त जीवन जीने के उद्देश्य से केंद्रीय जेल में 7 दिवसीय भगवत गीता पाठ (Bhagvat gita Path) का आयोजन किया जा रहा है. इस भगवत पाठ का जेल में बंद 1850 बंदी रसपान कर रहे हैं.


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जेल परिसर को सजाया गया
भगवत गीता के आयोजन को लेकर जेल परिसर को सजाया और संवारा गया है. बताया जा रहा है कि 7 दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन का समापन भंडारे के साथ किया जाएगा. भागवत कथा को लेकर जेल प्रबंधन का कहना है कि बंदियों को भी गीता पाठ से सीख मिल रही है, उन्हें जीवन में सकारात्मक कार्य करने की प्रेरणा मिल रही है. इसके अलावा कैदियों का कहना है कि ऐसे कार्यक्रम हमेशा होते रहने चाहिए.


बंदियों को बदलने की कोशिश
कथा को लेकर जेल प्रशासन का कहना है कि इसके जरिए बंदियों के जीवन में काफी ज्यादा सुधार आएगा. उनकी सोचने समझने की क्षमता का विस्तार होगा और उनके जीवन में काफी ज्यादा परिवर्तन आएगा. साथ ही साथ बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि बंदी अपने जीवन में भगवत गीता को उतार करके अपने जीवन में अपराध छोड़ करके सकारात्मक कार्य करें.


अच्छी पहल 
आम तौर पर देखा जाता है कि जेल का नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में एक डर सा पैदा हो जाता है. लेकिन जेल प्रबंधन में इस तरह के आयोजन को लोग एक अच्छी पहल बता रहे हैं. इस कथा को खजुरी ताल के महामंडलेश्वर रामानंदाचार्य जी महाराज सुना रहे हैं. कथा के दौरान बीच - बीच में संगीतमय भजन भी होने लगते हैं जिसको सुनकर के बंदियों के साथ साथ जेल प्रशासन भी मंत्रमुग्ध हो जाता है. इस कथा को लेकर के आम लोगों का कहना है कि ये एक अच्छी पहल की शुरूआत है.