Sawan Somwar 2022: सावन का तीसरा सोमवार आज, शिव जी के साथ करें गणपति की पूजा, दूर होंगे सारे संकट
Sawan Vrat Somwar 2022: आज यानी 01 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार है. आज सावन माह की विनायक चतुर्थी का भी व्रत है. इसलिए यदि आप इस दिन भगवान शंकर के साथ गणपति जी की पूजा करते हैं तो उसका कई गुना फल मिलेगा. आइए जानते हैं आज सावन के तीसरे सोमवार और विनायक चतुर्थी पर एक साथ कैसें करें शिव जी और गणेश जी की पूजा.
Sawan Somvar Vrat 2022: सावन का महीना चल रहा है. वैसे तो इस समय हर रोज शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. लेकिन सावन माह में पड़ने वाले सोमवार के दिन भक्तों का अलग ही उत्साह देखने को मिलता है. आज यानी 01अगस्त को सावन का तीसरे सोमवार का व्रत रखा जाएगा. आज सुबह से ही सभी प्रसिद्ध शिव मंदिर हर हर महादेव के नारे से गुंज उठा है. आज सावन सोमवार पर एक साथ कई शुभ योग बन रहे हैं. आइए जानते हैं कि सावन के तीसरे सोमवार पर कैसे करें शिव जी की पूजा और क्या है इसका महत्व.
सावन के तीसरे सोमवार पर बन रहा अद्भुत संयोग
सावन माह के तीसरे सोमवार के दिन विनायक चतुर्थी के साथ शिव योग और रवि योग बन रहा है, जिससे इस सोमवार का महत्व काफी बढ़ गया है. इस दिन आप शंकर जी के साथ गणेश जी की पूजा करते हैं तो उसका कई गुना फल मिलेगा. सावन के तीसरे सोमवार पर यानी -01 अगस्त को रवि योग सुबह 05 बजकर 42 मिनट से लेकर शाम को 04 बजकर 06 मिनट तक रहेगा. वहीं शिव योग की शुरुआत 01 अगस्त को शाम 07 बजकर 03 मिनट से लेकर 2 अगस्त को 04 बजकर 06 मिनट तक रहेगा.
जानिए कैसे करें सावन सोमवार का व्रत
सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और आस-पास के शिव मंदिर में जाएं. भगवान शिव को अक्षत, सफेद, फूल, चंदन, भांग, धतूरा, गाय के दूध, धूप, दीप, पंचामृत, सुपारी और बेलपत्र आदि अर्पित करें. इसके पश्चात् शिवलिंग पर दूध या जल से अभिषेक करते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें. सावन के तीसरे सोमवार के दिन विनायक चतुर्थी का व्रत भी पड़ रहा है. इसलिए इस दिन यदि आप शिव जी के साथ गणेश जी की पूजा करते हैं तो उसमें अवश्य लाभ मिलेगा.
सावन सोमवार व्रत महत्व
सावन का महीना शिव जी का प्रिय महीना होता है. ऐसी मान्यता है कि जो लोग सावन के महीने में मां पार्वती ने कठोर तप करके भगवान शिव को प्राप्त किया था. सावन के महीने में जो भक्त सोमवार का व्रत रखकर भगवान शिव का विधि विधान से पूजा और जलाभिषेक करते हैं उन पर भगवान भोले प्रसन्न होते हैं और उनकी हर मनोकामना पूर्ण होती है. इतना ही शादी योग्य लड़कियां यदि सावन महीने में सोमवार का व्रत रख कर यदि मां पार्वती और भोले शंकर की उपासना करती हैं तो उनके मनवांछित वर की प्राप्ति होती है.
(disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. zee media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)