सावन सोमवार: उज्जैन में बाबा महाकाल के धाम में जुट रहे 5 लाख श्रद्धालु, जाने से पहले ऐसे रहेंं अलर्ट
महाकाल की नगरी उज्जैन में साल भर में एक बार मनाया जाने वाला विशेष नागपंचमी पर्व 2 अगस्त को है व 1 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार भी है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि दो दिन के अंतराल में 5 लाख के करीब श्रद्धालु बाबा महाकाल के धाम पहुचेंगे.
राहुल सिंह राठौड़/ उज्जैन: महाकाल की नगरी उज्जैन में साल भर में एक बार मनाया जाने वाला विशेष नागपंचमी पर्व 2 अगस्त को है व 1 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार भी है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि दो दिन के अंतराल में 5 लाख के करीब श्रद्धालु बाबा महाकाल के धाम पहुचेंगे.
पुलिस बल भी सुरक्षा में मुस्तैद
ऐसे मे मंदिर समिति, जिला प्रशासन की ओर से खास इंतजाम हैं तो वहीं पुलिस बल भी सुरक्षा में मुस्तैद है. श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क वाहन पार्किंग, निःशुल्क ई-रिक्शा, व्हीलचेयर से लेकर लड्डू प्रसादी लेने, जूता चप्पल स्टैंड, सामान रखने की व्यवस्था कर ली गई है. मौके पर एम्बुलेंस व चिकित्सा व्यवस्था कहां और कैसी हो, हर चीज की प्लानिंग बीते कई दिनों से जिम्मेदारों द्वारा की जा रही थी जो कि अब पूरी कर ली गई है. बता दें कि बीते सोमवार यानी सावन के दूसरे सोमवार पर 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये थे. ऐसे में व्यवस्थाएं अब और चाक चौबंद की गई हैं.
शीघ्र दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए ये होगा प्रवेश द्वार
महाकालेश्वर बाबा के दर्शन व 365 दिन में एक बार मंदिर में तीसरे तल पर स्थित नागचंद्रेश्वर देव स्थल के दर्शन हेतु आम जन व VIP शुल्क देकर शीघ्र दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश द्वार चारधाम मार्ग, हरसिध्दि मंदिर चौराहा और बड़ा गणेश मंदिर के यहां बनाये गए है. यहां से अलग अलग श्रेणी में प्रवेश होगा. कांवड़ियों के लिए भी यही व्यवस्था होगी. वहीं मंदिर के प्रवेश द्वार 5 से पत्रकार, पुजारी, शासकीय अधिकारी, पुरोहित, प्रवेश करेंगे तो वहीं VVIP के लिए अलग से इंतजाम होंगे. श्रद्धालुओं के लिए व्हीलचेयर से लेकर लड्डू प्रसादी लेने, जूता चप्पल स्टैंड, सामान रखने, मौके पर एम्बुलेंस व चिकित्सा व्यवस्था प्रवेश द्वार के यहां व पार्किंग के यहां रहेगी.
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सुविधा के लिए नंबर
महाकालेश्वर मंदिर से जुड़ी तमाम जानकारी व मंदिर में किसी प्रकार की मदद के लिए कंट्रोल रूम नंबर 0734-2550563 व 0734-2551295 पर सम्पर्क कर सकते हैंं. इसके अलावा जिले भर में कोई ऑटो चालक या होटल संचालक या कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से आपके साथ पैसों की वसूली करता है, ज्यादा पैसा लेता है तो आप 7049119001 नंबर पर जिला प्रशासन को शिकायत कर सकते हैं या वॉट्सएप कर सकते हैं.
आपको बता दें कि पूजारी, पुरोहित के यजमान, प्रोटोकॉल सुविधा लेने वाले, भगवान को जल अर्पण करने वाले रसीद धारी दर्शनार्थी के लिए प्रशासनिक भवन के सामने के विशिष्ट अतिथि मार्ग से प्रवेश की सुविधा है. बात नियमित दर्शनार्थी की करें तो नियमित दर्शनार्थी सुबह 6 से 8 और शाम को 6 से 8 पूर्व निर्धारित समय अनुसार बड़े गणेश के पास की गली से गेट नंबर 4 से आएंगे व इसी रास्ते से वापस जाएंगे.
सामान्य भस्म आरती अनुमति काउंटर
दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए सामान्य भस्म आरती अनुमति काउंटर सुबह 7 बजे से प्रारम्भ होता है जिसे हरसिद्धि मंदिर के पास स्थित अतिथि निवास से शुरू किया गया है. यहां भस्म आरती में शामिल होने वाले स्वयं उपस्थित होकर, ID प्रस्तुत कर, फोटो खिंचवा कर पूर्णतः निःशुल्क अनुमति बनाई जाएगी.
महाकाल मंदिर गर्भ गृह एवं नंदी हॉल में सम्पूर्ण श्रावण भादों माह हेतु पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा. सिर्फ नंदी हाल में एक बेरिकेड लगाकर अतिविशिष्ट व जलाभिषेक रसीद धारियों को ही दर्शन कराए जाएंगे. वहीं, बिना बुकिंग के चलित भस्म आरती दर्शन करने वाले श्रद्धालु बुकिंग वालों के बाद कतार में लग दर्शन कर सकेंगे.
वाहन पार्किंग व्यव्स्था
इंंदौर, दिल्ली, ग्वालियर, मक्सी साइड से आने वाले वाहन इंदौर रोड स्थित हरिफाटक ब्रिज के यहां पार्किंग व वहीं हरिफाटक ब्रिज के नीचे से होते हुए लाल पुल के यहां से टर्न लेकर कर्कराज मंदिर पार्किंग व भील धर्मशाला में अपने वाहन पार्क करेंगे और वहां से निःशुल्क ई-रिक्शा से चारधाम मंदिर के प्रवेश द्वार तक पहुंचेंगे.
महिदपुर, आगर मालवा, कोटा, राजस्थान साइड से आने वाले वाहन हरिफाटक व गदा पुलिया ब्रिज के ऊपर से होते हुए त्रिवेणी संग्रहालय के यहां वाहन पर्किंग करेंगे और वहां से नि:शुल्क ई रिक्शा के माध्यम से चारधाम स्थित प्रवेश द्वार पहुंचेंगे.
बड़नगर, धार, रतलाम साइड से आने वाले श्रद्धालु क्षिप्रा नदी से पहले बड़नगर मार्ग छोटी पुलिया के यहां कार्तिक मेला ग्राउंड पर या कर्क राज मंदिर पर बने पार्किंग स्थानों पर वाहन पार्क कर सकेंगे और निःशुल्क ई रिक्शा के माध्यम से चारधाम स्थित प्रवेश द्वार पहुंचेंगे.
रेल्वे स्टेशन, बस स्टॉप से आने वाले श्रद्धालुओं को शहर के श्रद्धालुओं की तरह मंदिर के 500 मीटर क्षेत्र पहले ही ऑटो, बाइक व अन्य साधन से रुकना होगा और चार धाम प्रवेश द्वार तक पैदल पहुंचना होगा जहां से प्रवेश मिलेगा.
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