MP NEWS: झाबुआ में आदिवासी छात्राओं से छेड़छाड़ करने वाले डिप्टी कलेक्टर गिरफ्तार, हॉस्टल में की गलत हरकत
झाबुआ एसडीएम पर आदिवासी नाबालिग छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है. केस दर्ज होने के बाद आरोपी एसडीएम को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले में कांग्रेस की ओर से भी बड़ा बयान आया है.
MP NEWS/कुलदीप पवार: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में आदिवासी नाबालिग छत्राओं से छेड़छाड़ करने वाले डिप्टी कलेक्टर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. आरोपी एसडीएम सुनील कुमार झा को सस्पेंड करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. झाबुआ के एसडीएम सुनील झा के खिलाफ आदिवासी नाबालिग छत्राओं से अश्लील हरकत की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ था. सुनील झा पर आदिवासी छात्रावास में निरीक्षण के दौरान छत्राओं के साथ बेड टच व अश्लील हरकत किए जाने की शिकायत छात्रावास के प्रबंधक से की गई थी.
कलेक्टर तन्वी हुड्डा तक मामला पहुंचा तो एसडीएम पर पॉक्सो एक्ट समेत अलग-अलग 6 धाराओं में केस दर्ज किया गया. एसडीएम सुनील झा को गिरफ्तार कर निलम्बित करने का आदेश भी जारी कर दिया गया. प्रदेश में बढ़ते अपराध और आदिवासियों पर अत्याचार के मामलों ने सरकार की लगातार मुश्किल बड़ा दी हैं. सीधी पेशाब कांड के बाद अन्य जिलों में भी अपराध के मामले सामने आए हैं और अब झाबुआ में एसडीएम सुनील झा पर लगे आरोप को लेकर एक बार फिर विपक्ष सरकार पर हावी हो गई है.
एसडीएम ने की ये हरकतें
एफआईआर में बच्चियों की ओर से सुनील झा पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इसमें आपत्तिजनक हरकतें जैसे कमर में हाथ डालना, बालों को सूंघकर सवाल करना, सिर पर किस करना, पीरियड्स और पैड्स के बारे में सवाल करना और जबरदस्ती गले लगाने जैसे आरोप लगाए गए हैं. झाबुआ कलेक्टर ने अपने आदेश में कहा कि डिप्टी कलेक्टर सुनील कुमार झा ने नए अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम में निरीक्षण के दौरान छात्राओं से अश्लील व्यवहार किया है.
कांग्रेस ने साधा सरकार पर निशाना
रतलामम पहुंचे युवक कोंग्रेस के राष्ट्रीय सचिव माहींन खान ने रतलाम में बड़ा बयान दिया है. युवक कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव माहींन खान ने इस मामले को लेकर कहा कि शिवराज सरकार के प्रशासनिक अधिकारी और सरकार के लोग तानाशाही रवैया अपनाया रहे हैं. 4 महीने बाद कांग्रेस सरकार आते ही ऐसे अधिकारियों और आदिवासियों पर अत्याचार करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. कांग्रेस ऐसा कानून लाएगी कि कोई नेता अधिकारी आदिवासियों के साथ ऐसा घिनोना कृत्य नहीं कर पाएगा.