तवा बांध की सुरक्षा लाठियों और डंडे के भरोसे, आज तक कोई सशस्त्र बल तैनात नहीं हुआ
नर्मदापुरम सहित हरदा जिले में हरित क्रांति लाने वाले तवा डैम (बांध) की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है. बांध की सुरक्षा लाठियों और डंडे के भरोसे की जा रही है. तवा डैम पर खड़े चौकीदार जो लाठियों के सहारे बांध की सुरक्षा में 24 घंटे तैनात रहते हैं.
नर्मदापुरम: नर्मदापुरम सहित हरदा जिले में हरित क्रांति लाने वाले तवा डैम (बांध) की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है. बांध की सुरक्षा लाठियों और डंडे के भरोसे की जा रही है. तवा डैम पर खड़े चौकीदार जो लाठियों के सहारे बांध की सुरक्षा में 24 घंटे तैनात रहते हैं. अति संवेदनशील इस तवा डैम पर आज तक ना तो कोई सशस्त्र बल तैनात किया गया और ना ही कोई गार्ड की व्यवस्था की गई. जल संसाधन विभाग की तवा इकाई द्वारा अपने कर्मचारियों को तैनात कर यहां सुरक्षा करा रहा है. बांध पर सुरक्षा गार्ड के लिए मंत्री से लेकर अधिकारियों तक विभाग ने कई बार गुहार लगाई लेकिन गार्ड आज तक नहीं मिले.
बता दें कि बैतूल छिंदवाड़ा सहित जिले भर में होने वाली बारिश और नर्मदा की सहायक नदियों का पानी इसी तवा डेम में इकट्ठा होता है. यहां से नहरों के जरिए पानी को नर्मदापुरम सहित हरदा जिले तक भेजा जाता है.
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पिकनिक स्पॉट के रुप में जाना जाता
इस तवा डैम से लाखों हेक्टेयर की खेती की सिंचाई की जाती है. बारिश के दौरान तवा बांध में जैसे ही जलभराव होता है. यहां सैलानियों का तांता लग जाता है. हजारों की संख्या में सैलानी यहां आकर तवा डैम के गेटों से पानी निकलते हुए देखते हैं, तवा पिकनिक स्पॉट के रूप से जाना जाता है.
सुरक्षाकर्मियों की नहीं चलती
सिंचाई विभाग ने जल संसाधन मंत्री सहित प्रशासन के आला अधिकारियों से बांध पर सुरक्षा गार्ड तैनात करने की मांग की है, लेकिन आज तक इस मांग को पूरा नहीं किया गया. इतना ही नहीं बांध के गेटों के ऊपर बनी सड़क जिसका उपयोग बांध के गेट खोलने और बंद करने के ऑपरेशन के दौरान किया जाता है, इस सड़क के ऊपर से भी आवागमन शुरू हो गया है. सड़क के दोनों तरफ लाठियां लिए खड़े सुरक्षाकर्मी लोगों के आवागमन को रोकने का प्रयास करते हैं लेकिन उनकी एक नहीं चलती