`45 दिन में नौकरी लगवा दूंगा...` सेना में नौकरी के नाम पर ठगी, आरोपी ने ऐसे लगाया लाखों का चूना
MP News: शाजापुर में एक व्यक्ति ने सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 6 युवकों से 36 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी की है. कोतवाली पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ कर रही है.
Shajapur News: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. यहां सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर 6 युवकों से लाखों रुपए ठग लिए गए. शाजापुर कोतवाली पुलिस ने 36 लाख रुपए से ज्यादा ठगने वाले आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है. आरोपी शाजापुर में खालसा एकेडमी के नाम से ट्रेनिंग सेंटर चला रहा था. कोतवाली पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ कर रही है.
आरोपी ने ऐसे लगाया लाखों का चूना
दरअसल शाजापुर में खालसा एकेडमी चलाने वाले जालसाज ने 6 युवकों को भारतीय सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 36 लाख रुपए से ज्यादा ठग लिए हैं. पीड़ितों की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने युवकों को विश्वास में लेकर उनसे मोटी रकम ऐंठ ली थी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
यह भी पढ़ें: हॉस्टल से चोरी हुआ 1 लाख का हैंडबैग, CCTV खंगाले तो उड़ गए होश, सहेली ने ही किया था कांड
पुलिस ने दर्ज की FIR
पुलिस को आरोपी के खिलाफ भारतीय सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे ठगने का आवेदन मिला था. जांच के बाद आरोपी के खिलाफ धारा 420, 464, 468, 471 के तहत एफआईआर दर्ज की गई. जानकारी के अनुसार देवास निवासी 23 वर्षीय साहिल सेना की तैयारी कर रहा था. उसे किसी परिचित ने बताया कि शाजापुर में एक व्यक्ति पैसे लेकर सरकारी नौकरी लगवाता है. नौकरी लगने की जानकारी मिलने पर साहिल और उसका दोस्त सचिन दोनों शाजापुर आए और खालसा अकादमी शहीद पार्क शाजापुर में उससे मिले.
6 लाख रुपए की डिमांड
आरोपी ने दोनों से मिलकर कहा कि मैं 45 दिन में तुम दोनों की मिलिट्री इंजीनियर सर्विस में नौकरी लगवा दूंगा. मेरी वहां पहचान है. तुम लोगों को पैसे देने होंगे. अगर तुम दोनों मुझे 6-6 लाख रुपए दोगे तो मैं तुम दोनों की मिलिट्री इंजीनियर सर्विस में सरकारी नौकरी लगवा दूंगा. दोनों ने आरोपियों की बात पर विश्वास करके 26/04/2022 से 31/05/2022 के बीच कुल 6-6 लाख रुपए नकद दे दिए. दोनों युवकों ने पैसे देने का मोबाइल से वीडियो बना लिया था, जो उनके पास है. इसके अलावा देवेंद्र सिंह यादव, राज, उमेश शर्मा, शुभांकित वर्मा ने भी अप्रैल से जुलाई के बीच आरोपी को 6-6 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे.
फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
पैसे लेने के बाद आरोपी ने छहों युवकों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिए और दस्तावेज सत्यापन के लिए दिल्ली ले गया. वहां उसने आर्मी अस्पताल पहाड़गंज में एक व्यक्ति से उनकी मुलाकात कराई, जिसने आरोपी के कहने पर युवकों का मेडिकल परीक्षण कराया. इसके अलावा आरोपी ने एक अन्य व्यक्ति से भी उनकी मुलाकात कराई और कहा कि वह आर्मी में बड़ा अधिकारी है और वह तुम सभी लोगों की नौकरी लगवा देगा. पीड़ित युवकों ने बताया कि इसके बाद उसने हमें सिलीगुड़ी में ट्रेनिंग के नाम पर एक कमरे में एक महीने तक रखा, जहां अन्य लड़के भी थे. फिर वहां से यह कहकर कि अभी ट्रेनिंग नहीं होगी वह हम छहों को वहां से सिक्किम के गंगटोक ले गया. इस तरह वह हम सभी को इधर-उधर घुमाता रहा.
यह भी पढ़ें: गली-गली घूमने वालों से खरीदते हैं साबुन-शैंपू? तो हो जाएं सावधान, ऐसे तैयार होती है नकली खेप
आरोपी ने पैसे नहीं किए वापस
फिर एक दिन जब युवकों ने कहा कि आप हमारे पैसे हमें वापस कर दो तो उसने कहा कि मैं आपके पैसे वापस कर दूंगा. लेकिन उसने पैसे वापस नहीं किए. पैसे वापस नहीं करने पर कोतवाली पुलिस ने इन युवकों के शिकायती आवेदन पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. कोतवाली पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ कर रही है.
रिपोर्ट मनोज जैन