बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री को मिली बड़ी चुनौती! शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- जोशीमठ की दरारें रोक कर दिखाएं
विवादों से घिरे बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री (Bageshwar Dham) को लेकर बिलासपुर पहुंचे स्वामी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Shankaracharya Avimukteshwaranand Swami) का बड़ा बयान आया है.
शैलेंद्र सिंह ठाकुर/बिलासपुर: विवादों से घिरे बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री (Bageshwar Dham) को लेकर बिलासपुर पहुंचे स्वामी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Shankaracharya Avimukteshwaranand Swami) का बड़ा बयान आया है. उन्होंने बागेश्वर धाम सरकार (Dhirendra krishna shastri) को चुनौती देते हुए कहा है कि वे जोशी मठ आकर धसकती हुई जमीन को रोककर दिखाए, तब हम उनके चमत्कार को मान जाएंगे. वो जोशमठ को जोड़ दें, हम फूल बिछा कर उनको ले आएंगे और फिर झुक कर के पलकों पर बिछा करके उनको वापस करेंगे.
विशेषज्ञ ही बताएंगे
शंकराचार्य ने कहा कि जोशीमठ (Joshimath) में जो दरारे आ रही हैं, इसमें कोई शंका का स्थान नहीं है. यद्यपि विशेषज्ञ ही इस बारे में अंतिम रूप से कह सकते हैं. आप उनकी रिपोर्ट को मानेंगे. लेकिन अनुभव के साथ व्यक्ति बता सकता है तो पूरे जोशीमठ का अनुभव है कि नीचे से जो दो टनल निकाली जा रही है. दो कंपनियों की बड़ी टनल निकाली जा रही हैं. उन्हीं के साथ ऑल वेदर रोड के नाम पर सड़क पर ब्लास्ट हो रहे हैं. सड़क बनाने के लिए बहुत सारे अंधाधुंध ब्लास्ट हो रहे हैं, तो उनके कारण से यह समस्या आ रही है. यह मानव कृत है प्राकृतिक कुछ नहीं है, और दैविक कुछ नहीं है.
बागेश्वर धाम को चुनौती
वहीं रायपुर में दरबार लगा के चुनौती दिखा रहे बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि जोशीमठ के मकानों में आ गई दरारों को चमत्कार से भर दें तो वो उनका स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि ''जो चमत्कार दिखा रहे हैं, ऐसे चमत्कार दिखाने वालों के लिए हम फूल बिछाएंगे की, आओ यह जो मकान में दरार आ गई है, हमारे मठ में आई है, उसको जोड़ दो. हम उनको फूल बिछा कर ले आएंगे और फिर झुक कर के पलकों पर बिछा करके उनको वापस करेंगे. ये चमत्कार पूरा देश-दुनिया देखना चाहती है. कि कोई चमत्कार हो जाए.
हाथ की सफाई पर बोला हमला
वहीं शंकराचार्य ने हाथ की सफाई करने वालों को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि एक नारियल जो हम पहले से लेकर आए हैं, उसमें से चुनरी निकाल दे या सोना निकाल दें. इससे जनता का क्या भला होगा? जो चमत्कार हो रहा हैं, जनता की भलाई में हो या जनता की भलाई में कुछ होगा तो हम जय जय कार करेंगे.