मध्य प्रदेश में होगा शरद यादव का अंतिम संस्कार, पैतृक गांव आंखमऊ लाया जाएगा पार्थिव शरीर
Sharad Yadav Passed Away: शरद यादव की अंतिम इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में उनके पैतृक गांव में ही होगी. उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से भोपाल (Bhopal News) हवाई जहाज की मदद से लाया जाएगा फिर इसके बाद सड़क मार्ग से आंखमऊ तक लाया जाएगा. अंतिम संस्कार शनिवार किया जाएगा..
Sharad Yadav Death: जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व अध्यक्ष और कद्दावर नेता शरद यादव (Sharad Yadav Death) का 75 साल की उम्र में निधन हो गया है. बेटी सुभाषिनी शरद यादव ने ट्वीट कर ये जानकारी दी कि पापा नहीं रहे.... मध्यप्रदेश में (Madhya Pradesh) जन्म हुआ और बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले शरद यादव का इस तरह से निधन हर किसी को दुख पहुंचा रहा है. JDU के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव का पार्थिव देह उनके गृह ग्राम आंखमऊ लाया जाएगा. हवाई जहाज से उनका पार्थिव देह भोपाल तक लाएंगे. इसके बाद सड़क मार्ग से आंखमऊ तक लाया जाएगा. शरद यादव की अंत्येष्टि (sharad yadav funeral) उनके पैतृक गांव आंखमऊ में की जाएगी.
बता दें कि शरद यादव मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित बाबई तहसील के आंखमऊ गांव के रहने वाले हैं. उनका जन्म 1 जुलाई 1947 को एक किसान परिवार में हुआ था.
किडनी की समस्या से जूझ रहे थे
75 साल के शरद यादव को किडनी की समस्या थी और वह काफी समय से डायलिसिस पर थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है. फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट से मिली जानकारी के मुताबिक शरद यादव को अचेत अवस्था में ही लाया गया था. उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया गया. लेकिन जांच में उनकी न नाड़ी चलती मिली न ही ब्लड सर्कुलेशन हो रहा था. फिर 10.19 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कोरोना का बाद बिगड़ी तबीयत
शरद यादव के भतीजे शैलेस यादव ने बताया कि कल रात ही उनके पिता और शरद यादव के भाई एसपीएस यादव से फोन पर बात हुई थी. जब शरद जी सकुशल थे लेकिन कोरोना काल के बाद के उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था. तब से वह संघर्ष कर रहे थे. शैलेस ने बताया कि कल 14 जनवरी को उनका अंतिम संस्कार गृह गांव आंखमऊ में किया जाएगा. संभवतः आज रात तक शरद यादव का पार्थिव शरीर आंखमऊ मे लाया जाएगा. निधन के बाद उनके ग्राम आंखमऊ में शोक है.
अंतिम संस्कार शनिवार को होगा
शरद यादव की अंतिम इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार मध्यप्रदेश में उनके पैतृक गांव में ही होगी. उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से भोपाल हवाई जहाज की मदद से लाया जाएगा फिर इसके बाद सड़क मार्ग से आंखमऊ तक लाया जाएगा. अंतिम संस्कार शनिवार किया जाएगा..
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