MP Assembly Session: मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में बीजेपी और कांग्रेस विधायकों के बीच तीखी नोक-झोंक देखने को मिल रही है. श्योपुर जिले में बिजली विभाग से जुड़े मुद्दों को लेकर एक मंत्री और कांग्रेस के सीनियर विधायक आमने-सामने आ गए, दोनों के बीच सदन में जमकर आरोप प्रत्यारोप लगाए गए. कांग्रेस विधायक ने तो इतना तक कह दिया कि अगर उनकी बात में दम नहीं होगा तो वह इस्तीफा दे देंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रावत और तोमर हुए आमने-सामने 


दरअसल, विधायक रामनिवास रावत ने कहा, श्योपुर जिले के विजयपुर क्षेत्र में बिजली कर्मचारी, किसानों के खिलाफ बिजली चोरी के झूठे प्रकरण बना रहे हैं और वसूली का दबाव बनाया जा रहा है. श्योपुर जिले में किसान को 1 लाख 79 हजार रुपए का बिल भेजे जाने का मुद्दा सदन में उठाया गया, इसके अलावा विजयपुर से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने बिजली बिल जमा करने के बाद भी जिले में झूठे प्रकरण बनाए जाने का मामला भी उठाया, जिस पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जवाब देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा. 


सदन में हुए सवाल-जवाब 


सबसे पहले विधायक रामनिवास रावत ने कहा 'उनके विधानसभा क्षेत्र विजयपुर में किसानों के खिलाफ बिजली कर्मचारी बिजली चोरी के झूठे प्रकरण दर्ज कर रहे हैं और उन पर बिल वसूली का दवाब भी बनाया जा रहा है. जिस पर जवाब देते हुए मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा 'जो आरोप लगाए गए हैं वह बिल्कुल भी सही नहीं है, जिन मामलों को लेकर विधायक ने सवाल किया है बिजली चोरी का वह मामला 2019 का है.'


ये भी पढ़ेंः MP News: जीतू पटवारी और उमंग सिंघार का कांग्रेस आलाकमान को ऑफर, इस नेता को भेजा जाए राज्यसभा


'बात गलत हुई तो इस्तीफा दूंगा'


मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के जवाब पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि भोपाल से टीम भेजकर पूरे मामले की जांच करा ली जाए. अगर मेरी बात गलत निकली तो विधानसभा से इस्तीफा दे दूंगा. क्षेत्रीय सहायक प्रबंधक गलत जानकारी सरकार और मंत्री तक पहुंचा रहे हैं. जिस पर फिर मंत्री ने कहा कि वह जांच की कार्रवाई से पूरी तरह से संतुष्ट हैं, जिस पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि अगर जांच से वह संतुष्ट हैं तो उन्हें मेरे सामने जांच कराने में क्या समस्या है.


अधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी


मामला यही नहीं थमा कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि ऊर्जा मंत्री वही जानकारी दे रहे हैं, जो अधिकारी लिखकर दे रहे हैं, अध्यक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि पूरे क्षेत्र में क्या स्थिति है, शिकायत उन तक भी पहुंच रही है, तोमर पर चुटकी लेते हुए रावत ने कहा कि अधिकारी नहीं कहते हैं कि मंत्री खंभे पर चढ़ें लेकिन फिर भी चढ़कर कनेक्शन सुधारते हैं. जिस पर मंत्री तोमर ने कहा कि पुरजोर तरीके से सिपाही की तरह जवाब दे सकता हूं, एक समय ऐसा था कि वीरपुर और शिवपुर अंधेरे में था. रामनिवास रावत की जो शिकायत है उसे पर सीनियर अधिकारियों को बुलाकर चर्चा की जाएगी. जो भी समस्या है उसे समय सीमा में कराया जाएगा.


अध्यक्ष ने किया हस्तक्षेप 


मामला बढ़ता देख पूरे मामले में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने हस्तक्षेप किया. अध्यक्ष ने कहा मंत्री जवाब दे रहे हैं, उनके जवाब को विस्तार से देने दिया जाए. तोमर ने कहा कि मंत्री को औचक निरीक्षण करना चाहिए. अगर हॉर्स पावर बढ़ाने की समस्या और शिकायत आ रही है तो रावत को भी सूचना देकर निरीक्षण के दौरान बुलाना चाहिए. 


ये भी पढ़ेंः Kamal Nath पर CM Mohan Yadav के मंत्री का बड़ा बयान, 'कुछ बातों को भविष्य के लिए छोड़ देना चाहिए'