अजय राठौड़/श्योपुर : मध्य प्रदेश में रेत माफियाओं के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं तो वहीं चंबल संभाग में अवैध रेत खनन करने वाले रेत माफियाओं के हौसले भी बुलंद हैं.श्योपुर में एक बार फिर रेत माफियाओं का हौसला देखने को मिला है. बता दें कि माफिया कितने बेखौफ हैं.इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि  राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य विभाग की टीम जब चंबल नदी में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करने श्योपुर पहुंची तो रेत माफियाओं ने टीम पर हमला करने की कोशिश की और टीम पर पथराव कर दिया.


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3 गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं 
इस पथराव में राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य विभाग की तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं ,लेकिन गनीमत यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ.हालांकि, टीम ने नदी से एक हाइड्रा मशीन को जब्त करने में कामयाबी हासिल कर ली. बता दें कि घटना बीरपुर थाना इलाके के बरोठा गांव के पास चंबल नदी की है.


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माफियाओं पर नकेल कसने पहुंची टीम
बता दें कि वीरपुर में चम्बल नदी से अवैध रेत के उत्खनन के कारोबार की मिल रही शिकायतों के बीच राष्ट्रीय चम्बल अभ्यारण की टीम रेत माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए पहुंची. टीम का मकसद रेत का अवैध उत्खनन और नदी से रेत भरी हुई टेक्टर ट्रोली को पकड़ना था. इसी बीच टीम को चंबल नदी में रेत का अवैध उत्खनन करती हुईं हाइड्रा मशीन और कई ट्रैक्टर ट्रालियां मिलीं.


जब उन्होंने इन्हें पकड़ने की कोशिश की तो रेत माफियाओं ने टीम पर पथराव शुरू कर दिया. टीम के सदस्यों ने बड़ा जोखिम उठाते हुए रेत माफिया की एक हाइड्रा मशीन को जब्त कर लिया. पत्थरबाजी और कार्रवाई के वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य विभाग के रेंजर केएम त्रिपाठी अपनी टीम के साथ अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करने वीरपुर के बरोठा घाट पहुंचे थे.


वन कर्मियों को भी लगे पत्थर   
इस दौरान रेत माफियाओं ने कार्रवाई से बचने के लिए हमला करने का प्रयास किया और जब वे हमला नहीं कर सके तो माफिया के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया और कुछ ट्रैक्टर ट्रॉलियां लेकर भाग गए. इस पथराव में टीम के कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और कुछ वनकर्मियों पर पत्थर लगे हैं. इससे पहले भी श्योपुर में रेत माफिया और उनके गुर्गों ने टीम पर हमला किया था.