शिवपुरी: शिवपुरी जिले के पिछोर में बीते 22 जुलाई को महेश कुमार गुप्ता की गोली मारकर हत्या करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल महेश कुमार के बेटे ने ही एक करोड़ रुपये की खातिर बिहार के गैंगस्टर को सुपारी दी थी और अपने पिता को मरवा दिया. पुलिस ने बेटे और हत्यारे गैंगस्टर समेत तीन आरोपियों को पकड़ लिया है. 


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पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हत्यारे बेटे अंकित का कहना है कि पिता खर्चे के लिए रुपये नहीं देता था इसलिए किराए के बदमाशों को बुलाकर हत्या करवा दी.


सोशल मीडिया से संपर्क किया
खास बात ये है कि हत्यारे पुत्र ने सोशल मीडिया पर एक शूटर से संपर्क किया था और अपने पिता की हत्या की सुपारी दी थी. बेटे 
अंकित गुप्ता के शौक हाई-प्रोफाइल थे. घर वाले खर्च के लिए पैसे नहीं देते थे. इस वजह से अंकित ने कुख्यात बदमाशों को सर्च किया.  इस दौरान उन्हें बिहार के सीवान में रहने वाले 18 साल के गैंगस्टर अजित चौहान की जानकारी मिली. तब उसने अपने पिता की सुपारी दे डाली.


एक करोड़ रुपये पर थी नजर
शिवपुरी SP राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि महेश गुप्ता किराना व्यापारी थे. महेश के दो बेटे हैं. बड़ा बेटा अनिल और छोटा अंकित गुप्ता. अनिल आर्मी में था. उसने एक साल पहले फांसी लगा ली थी. इसी के इंश्योरेंस के एक करोड़ रुपए उसे मिले थे. जिस पर अंकित की नजर थी.


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जानिए क्या है मामला
दरअसल मामला 22 जुलाई की रात का है. महेश अपने घर की तीसरी मंजिल पर सो रहे थे. उनका पूरा परिवार दूसरी मंजिल पर था. तब सभी को गोली चलने की आवाज सुनाई दी. तब परिजनों को समझा की शायद बिजली कड़की है. इसके बाद परिवार फिर सो गए. सुबह जब पत्नी ने उपर जाकर देखा तो महेश की लाश पलंग पर पड़ी हुई थी. सिर में गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी.