पॉलीग्राफ टेस्ट में आफताब ने किया चौंकाने वाला खुलासा, जानिए कैसे होती है ये जांच
पॉलीग्राफ टेस्ट में आफताब ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट में श्रद्धा की हत्या करने की बात कबूल कर ली है.
नई दिल्लीः सभी को हैरान करने देने वाले श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा हो चुका है. आफताब पर आरोप है कि उसने अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या कर दी थी और उसके शव के 35 टुकड़े कर उन्हें दिल्ली के जंगलों में फेंक दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पॉलीग्राफ टेस्ट में आफताब ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट में श्रद्धा की हत्या करने की बात कबूल कर ली है.
क्या होता है पॉलीग्राफ टेस्ट
पॉलीग्राफ टेस्ट को झूठ पकड़ने वाला (लाई डिटेक्टर) टेस्ट भी कहा जाता है. इस टेस्ट में किसी व्यक्ति के फिजियोलॉजिकल रेस्पॉन्स को चेक किया जाता है. इसी फिजियोलॉजिकल रेस्पॉन्स के आधार पर जांचा जाता है कि व्यक्ति झूठ बोल रहा है या नहीं. जब व्यक्ति पॉलीग्राफ टेस्ट में जवाब देता है तो उसके सांस लेने की दर, धड़कन का बढ़ना-घटना, पसीना आने जैसी गतिविधियों पर नजर रखी जाती है. इन्हीं के आधार पर विशेषज्ञ तय करते हैं कि व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ. बता दें कि इलेक्ट्रोड्स की मदद से व्यक्ति के ब्लड प्रेशर और धड़कन आदि पर नजर रखी जाती है.
कैसे किया जाता है पॉलीग्राफ टेस्ट
पॉलीग्राफ टेस्ट में व्यक्ति के शरीर पर इलेक्ट्रोड्स लगा दिए जाते हैं, जो डिजिटली एक सिस्टम से जुड़े होते हैं. शुरुआत में व्यक्ति से आसान और सामान्य सवाल किए जाते हैं, जिससे व्यक्ति के रेस्पॉन्स को जांचा जाता है. यदि जवाब देते हुए व्यक्ति की धड़कन बढ़ती है या पसीना आता है तो इनके आधार पर माना जाता है कि वह झूठ बोल रहा है लेकिन कई बार तनाव और डर की वजह से भी ऐसा होता है. यही वजह है कि कोर्ट में पॉलीग्राफ टेस्ट रिजेक्ट भी हो जाता है.
उल्लेखनीय है कि पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद अब दिल्ली पुलिस आफताब का नार्को टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है. आफताब का नार्को टेस्ट 1 दिसंबर को होगा.