हरीश गुप्ता/छतरपुर: मध्य प्रदेश (MP News)में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा काफी हाई हो गया है. भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों पार्टियां एक दूसरे पर निशाना साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही हैं. अब इस कड़ी में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता भी शामिल हो गए हैं. बता दें कि छतरपुर के गढीमलेहरा में ओबीसी महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya in MP) ने केंद्र सरकार और आरएसएस (RRS) पर जमकर हमला बोला. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

फिर बरसे स्वामी
स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. अक्सर देखा जाता है कि उत्तर प्रदेश की सियासत में स्वामी के निशाने पर भाजपा रहती है. बिल्कुल ऐसा ही उन्होंने एमपी के छतरपुर में आयोजित ओबीसी महासभा के कार्यक्रम में किया. उन्होंने भारत और इंडिया के सवाल पर मोदी सरकार और आरएसएस पर हमला बोला और कहा कि भाजपा को गठबंधन पच नहीं रहा. इंडिया तो बस एक बहाना है. बीजेपी और आरएसएस संविधान विरोधी आचरण कर रहे हैं. इनको 2024 में बाहर का रास्ता दिखाया जाए. 


ये भी पढ़ें: MP News: वंशकार समाज पर टिप्पणी कर फंसे पंडित धीरेंद्र शास्त्री, विवादों के बाद अब FIR की मांग


हिंदू राष्ट्र पर बोले
स्वामी प्रसाद मौर्य यहीं नहीं रूके जब उनसे हिंदू राष्ट्र पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले लोगों को अचानक भारत से प्रेम कैसे होने लगा? ये लोग भारत इंडिया और भारतीय संविधान के दुश्मन हैं. इसके अलावा कहा कि ये लोग संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के भी दुश्मन हैं. 


जी - 20 को लेकर कहा 
स्वामी प्रसाद मौर्य ने जी- 20 सम्मेलन को लेकर भी भाजपा को घेरा. उन्होंने कहा कि जी- 20 सम्मेलन को ढाक के तीन पात की संज्ञा दी और कहा कि इन सम्मेलनों से देश को कोई फायदा नहीं होने वाला है. साथ ही साथ कहा कि भाजपा सरकार में बेरोजगारी पूरे चरम पर है. इस पर आखिर कब ध्यान दिया जाएगा. 


फायरब्रांड नेता के रूप में पहचान 
स्वामी प्रसाद मौर्य की बात करें तो इनकी पहचान फायरब्रांड नेता के तौर पर है. वर्तमान में ये उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं. अक्सर देखा जाता है कि स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा के ऊपर तंज कसते रहते हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा को छोड़कर सपा की सदस्यता हासिल की थी. ये इनका वर्चस्व बसपा सरकार में भी अच्छा खासा रहा है.