MP News/अजय राठौर: श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में छोड़े गए साउथ अफ्रीका और नामिबिया के चीतों के बीच वर्चस्व की लड़ाई सामने आई है.कूनो के खुले जंगल में आजाद घूमने वाले चीतों के दो गुटों के बीच संघर्ष हो गया. इसमें एक नर चीता अग्नि घायल हो गया. अग्नि को चीता मॉनिटरिंग टीम के लोगों ने घायल हालत में देखा, जिसके बाद तुरंत ही टीम ने मामले को जानकारी कूनो प्रबंधन के अफसरों दी, जिसके बाद विशेषज्ञों के साथ घायल अग्नि को ट्रेंकुलाइज करके इलाज के लिए तुरंत कुनो में बने हॉस्पिटल लाया गया. हालांकि उपचार के बाद चीता की स्थिति में सुधार है. 


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कूनो में वर्चस्व के लिए चीतों के आपसी संघर्ष के नए संकट ने अफसरों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. नामीबिया से लाए गए गौरव और शौर्य और साउथ अफ्रीका से लाए गए वायु और अग्नि चीते खुले जंगल में घूम रहे हैं. बताया गया है कि मंगलवार की सुबह कूनो के जंगल में वर्चस्व के लिए नामीबिया के गौरव-शौर्य और दक्षिण अफ्रीका के वायु-अग्नि चीतों के बीच आपसी संघर्ष हो गया. इस संघर्ष में नर चीता अग्नि घायल हो गया. 


चीतों को अलग-अलग इलाकों में छोड़ा जा रहा
नामिबिया और साउथ अफ्रीका से कून नेशनल पार्क में लाए गए चीतों को एक-एक करके बाड़ों से खुले जंगल की सैर के लिए छोड़ा जा रहा है. एक दिन पहले ही साउथ अफ्रीका से लाई गई मादा चीता वीरा को बड़े बाड़े से खुले जंगल में छोड़ा गया. कूनो प्रबंधन के अधिकारियों ने मादा चीता वीरा को पालपुर रेंज के कूनो नदी के दूसरी पार छोड़ा, ताकि पहले से खुले जंगल में घूमने वाले चीतों के बीच संघर्ष के हालात न बनें. इसके अलावा सभी चीतों को उनका भोजन भी आसानी से मिलता रहे. 


कूनों में कुल 20 चीता
कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से अब तक कुल 20 चीते लाए गए थे. इनमें से 3 चीतों की मौत हो चुकी है, जबकि 17 चीते बचे हुए हैं. इनमें से 9 चीते खुले जंगल में हैं, जबकि 8 अब भी बड़े बाड़ों में हैं. कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहा है. धीरे-धीरे चीतों को पहले क्वारंटाइन बाड़े से बड़े बाड़े और फिर खुले जंगल में रिलीज किया जा रहा है.