Madhya Pradesh News: टीकमगढ़ (Tikamgarh)। देश प्रदेश में शिक्षा का स्तर पढ़ाने के लिए सरकारें अपने स्तर पर प्रयास कर रही है. वहीं कुछ जगहों पर पंचायतों के द्वारा भी अच्छी पहल की जा रही है. लेकिन, शिक्षकों और अधिकारियों को डर के कारण ये नागवारा गुजर रहा है. ऐसा ही मामला सामने आया है मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से जहां पंचायत ने स्कूल में CCTV कैमरे लगाना चाह रही थी. जिला शिक्षा अधिकारी में अपनी इसकी परमिशन दी बाद में वो शिक्षकों के दबाव में मुकर गए.


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कहां का है मामाल
पूरा मामला टीकमगढ़ जिले की ग्राम पंचायत अस्तौन का है. जहां गांव के विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करने पंचायत के सरपंच की पहल पर ग्राम पंचायत की बैठक में एक प्रस्ताव लाया जिसमें गांव के सभी विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरा लगाने का फैसला हुआ. इस संबंध में सरपंच प्रतिनिधि द्वारा बतौर शिक्षाधिकारी से स्वीकृति ली गई. लेकिन पंचायत का यह फैसला स्कूल के शिक्षकों को नागवार गुजरा और बात में जिला शिक्षा अधिकारी भी अपनी बात से मुकर गए.


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शिक्षकों ने अधिकारी पर बनाया दबाव
मामला बढ़ा तो शिक्षाधिकारी न केवल कैमरे लगाने की स्वीकृति देने से मुकर गये. बल्कि सरपंच प्रतिनिधि पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए सरपंच प्रतिनिधि के खिलाफ कार्रवाई की बात करने लगे. वही सरपंच प्रतिनिधि का शिक्षा अधिकारी के साथ बातचीत का पूरा वीडियो है जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल में कैमरे लगने की अच्छी पहल बता रहे हैं.


अधिकारी ने क्या सफाई दी
पूरे मामले में जिला शिक्षाधिकारी का कहना है कि उन्होंने ग्राम पंचायत अस्तौन के स्कूलों में कैमरे लगाने की स्वीकृति सरपंच प्रतिनिधि को जरूर दी थी. लेकिन, अब सरपंच प्रतिनिधि सीसीटीवी कैमरों का डीबीआर अपने घर रखने की बात कह रहे हैं. जो नियम विरूद्ध है. इसके लिये मना किया तो सरपंच प्रतिनिधि द्वारा कार्यालय में घुसकर मुझे जान से मारने की धमकी दी है, जिसके खिलाफ कार्रवाई हेतु उन्होंने जिला कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है.


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