Ujjain News: भस्म आरती में गुलाल से लगी थी आग, जांच में जुटा प्रशासन, इन सवालों में छिपे हैं जवाब
Baba Mahakal Mandir: होली के दिन उज्जैन के प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान लगी आग की घटना के बाद प्रशासन अलर्ट है, सबसे बड़ा सवाल यही है कि बड़ी मात्रा में गुलाल गर्भ गृह में कैसे पहुंची.
Ujjain Bhasma Aarti: उज्जैन में होली के दिन बाबा महाकाल मंदिर में भक्त प्रसिद्ध भस्म आरती के दौरान बाबा के दर्शनों के लिए कतार में खड़े हुए थे, लेकिन आरती के दौरान अचानक से गुलाल से आग लग गई. इस घटना में गर्भ गृह में मौजूद 14 लोग झुलस गए. घटना के बाद घायलों का अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. लेकिन मामले में अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं. जिसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि गर्भ गृह में बड़ी मात्रा में गुलाल कैसे पहुंचा.
गुलाल से भड़की थी आग
घटना के बाद उज्जैन के कलेक्टर नीरज सिंह ने इस बात की जानकारी दी है कि भस्म आरती के दौरान जैसे ही कपूर पर गुलाल पड़ी तो उससे आग भड़ गई थी. चूंकि गर्भ गृह में जगह ज्यादा नहीं थी, जबकि लोग ज्यादा थे, ऐसे में आग में ज्यादा लोग झुलस गए. कलेक्टर ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच हो रही है, जिसमें कुछ अहम सवालों के जवाब पता किए जाएंगे. होली के दिन पूजा मैं क्या-क्या सामग्री का इस्तेमाल किया गया था, गुलाल कहा से आई थी, इन सब बातों की जांच होगी.
ये अधिकारी करेंगे जांच
उज्जैन कलेक्टर ने बताया कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीणा और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन पूरे मामले की जांच करेंगे और तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. इसके अलावा कलेक्टर भी इस मामले में सख्त नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट के बाद मामले से जुड़ी बड़ी जानकारियां सामने आ सकती है, क्योंकि कलेक्टर ने माना है कि इस मामले में लापरवाही हुई है.
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बड़ी मात्रा में कैसे पहुंचा गुलाल
भस्म आरती के दौरान गर्भ गृह में हुई आगजनी की घटना में सबसे बड़ा सवाल यही है कि मंदिर में बड़ी मात्रा में गुलाल कैसे पहुंचा, इसके अलावा गुलाल गर्भ गृह में भी बहुत ज्यादा था. किसी ने इस मामले में पुजारियों को रोका क्यों नहीं, जबकि मंदिर में निरीक्षक और सभी सहायक मौजूद थे. इसके अलावा मंदिर में केवल हर्बल गुलाल का उपयोग किए जाने की अनुमति है, ऐसे में इस मामले की भी जांच होगी कि गुलाल में कही केमिकल तो नहीं था. बताया जा रहा है कि मंदिर में बड़ी मात्रा गुलाल था, ऐसे में इसे ले जाने की अनुमति किसने दी थी.
गाइडलाइन का पालन क्यों नहीं हुआ
बाबा महाकाल की प्रसिद्ध भस्म आरती के लिए मंदिर और प्रशासन ने कुछ विशेष गाइडलाइन बनाई है, जिसका पालन किया जाना सबसे जरूरी माना जाता है, लेकिन होली के दिन भस्म आरती के समय गाइडलाइन का भी सही तरीके से पालन नहीं किया गया, गर्भ गृह में लोग ज्यादा थे. ऐसे में इस मामले की जांच भी जाएगी.
सभी को गुलाल उड़ाने कैसे मिला
इसके अलावा बड़ा सवाल यह भी है कि भस्म आरती के दौरान बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहते हैं. होली के दिन भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद थे. खास बात यह है कि ज्यादातर लोगों के पास गुलाल थी ऐसे में सभी लोग होली खेलने में मस्त थे. जिससे यह भी सवाल उठता है कि सभी लोगों के पास गुलाल कैसे पहुंचा, क्योंकि मंदिर में सभी को गुलाल उड़ाने की इजाजत नहीं है. ऐसे में इस मामले की भी जांच की जाएगी.
सीएम मोहन भी सख्त
घटना के बाद सीएम मोहन यादव भी मामले में सख्त नजर आ रहे हैं, उन्होंने सोमवार को घायलों का हाल जानने के बाद शाम को महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन किए थे और मंदिर प्रशासन से भी बातचीत की थी. सीएम मोहन ने स्पष्ट किया है कि आगे से इस तरह की कोई भी घटना न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए. बता दें कि घटना में 14 लोग झुलसे थे, जिनमें से एक पुजारी की हालत गंभीर बनी हुई है.
प्रतीकात्मक होली की हुई मांग
वहीं इस घटना के बाद मंदिर के पुजारियों ने अब आगे से प्रतीकात्मक होली मनाने की मांग प्रशासन से की है. बताया जा रहा है कि अब आगे से ज्यादा रंग गुलाल का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. रंगपंचमी के दिन भी ऐसा ही करने पर विचार किया जा रहा है. इसके अलावा आम भक्तों को भी रंग-गुलाल उड़ाने की इजाजत नहीं रहेगी. कम से कम मात्रा में गुलाल और रंग का इस्तेमाल किया जाएगा, केवल बाबा की पूजा में ही गुलाल का उपयोग होगा.
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