राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: शहर के थाना चिमनगंज क्षेत्र के आजाद नगर से 22 सितंबर की सुबह 4 बजे करीब राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी NIA और ATS ने PFI सदस्य जमिल शेख नामक युवक को पकड़ा था, जिसे प्रदेश महासचिव बताया गया. बुधवार की कार्रवाई के बाद शुक्रवार को जैसे ही उज्जैन के जमिल व इंदौर के 3 PFI सदस्यों को भोपाल NIA न्यायालय में पेशी के लिए लाया गया और उनको लेकर जब उनके आतंकी गतिविधि में शामिल होने का खुलासा NIA ने किया तो उज्जैन में PFI के तमाम सदस्य सक्रिय हो गए और जमिल के पक्ष में परिवार के साथ सीधा कलेक्टर कार्यालय कार्रवाई का विरोध जताने पहुंच गए. PFI के सदस्यों ने आरोप लगाया कि ये आरोप झूठें हैं और हमारे ऊपर लगे सभी आरोप झूठे हैं. साथ इन सदस्यों ने  NIA और RSS के विरुद्ध आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया.


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जानिए क्या कहा PFI पदाधिकारी ने
कलेक्टर कार्यालय आरोपी जमील के परिवार व PFI के सदस्यों के साथ ज्ञापन देने पहुंचे पीएफआई के पदाधिकारी मोहम्मद जावेद ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हमारी यही मांग है कि जिस तरह से पूरे देश में पूरे राज्य में जिन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. आधी रात में घर में घुसकर यह संवैधानिक तरीका नहीं है हमारी मांग है कि उनको जल्द से जल्द छोड़ा जाए.


हमें शासन-प्रशासन पर है भरोसा
मोहम्मद जावेद ने कहा कि हमें जैसे ही सूचना मिली भोपाल में हमारे प्रदेश के चारों सदस्यों को न्यायालय पेश किया गया है और उन पर आरोप लगे हैं फंडिंग के व आतंकी गतिविधि में सम्मिलित होने के तो यह सिर्फ आरोप है आज तक इन आरोपों को कोई साबित नहीं कर पाया है. हम इस तरह की किसी गतिविधि में शामिल नहीं है, पीएफआई पर सवाल उठते हैं लेकिन आर.एस.एस जिसका आज तक रजिस्ट्रेशन नहीं है वह भी तो अपना प्रोपेगेंडा चला रहा है, हमें हमारे शासन प्रशासन पर और न्यायालय पर विश्वास है हमें न्याय मिलेगा.


जानिए पूरा मामला
दरअसल पूरा मामला 22 सितम्बर बुधवार को देश भर में PFI के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी NIA ने ATS व ED के साथ संयुक्त रूप से जगह जगह छापेमार कार्रवाई की, तब सामने आया दबिश के दौरान करीब 100 से अधिक PFI के सदस्यों को पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया, जिसमें मध्य प्रदेश के उज्जैन व इंदौर के 4 सदस्य धाराएं, सभी पर UAPA Act लगाकर शुक्रवार को भोपाल NIA न्यायालय पेश किया गया जहां यह खुलासा हुआ कि ये सदस्य विदेशों से फण्ड जुटा रहे थे, PFI सदस्य बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे और युवाओं को ISIS में भर्ती करवाने की तैयारी कर रहे थे. साथ ही आतंकी हमले के प्लान में भी थे. ऐसे कई मामलों को लेकर NIA ने खुलासा किया और प्रदेश के चारों सदस्यों को और भी पूछताछ के लिए 30 सितंबर तक 7 दिन की रिमांड पर ATS को सौंपा है.


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