राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: जिले के आस-पास के क्षेत्रो में लगातार हो रही बारिश के बाद लगातार चौथी बार शिप्रा नदी में अचानक हालात बदलते नजर आ रहै है, शिप्रा के राम घाट पर स्थित कई मंदिर डूब गए हैं तो वहीं शिप्रा के रामघाट स्थित छोटा पुल जो बड़नगर मार्ग को जोड़ता है वो भी डूब गया है. प्रशासन ने आम जन को घाटों पर ना जाने का अनाउंसमेंट किया है. 


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उज्जैन में नहीं हुई बारिश
आपको बता दें कि उज्जैन जिले में पिछ्ले कई दिनों से बारिश नहीं हुई है. उमस है, लेकिन जिले के आस पास वाले जिलों में लगातार हो रही बारिश से शिप्रा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और नदी के आस-पास का रहवासी क्षेत्र डूबता जा रहा है. इसको लेकर प्रशासन लोगों को घाटों किनारे जाने से मना किया है.


प्रशासन सतर्क
जिला कलेक्टर के निर्देश अनुसार जिम्मेवारों ने हालातों से निपटने के लिए तैयारी कर रखी है, आम जन की सुरक्षा के लिए होमगार्ड जवान व तैराक दल जगह जगह तैनात किये गए हैं. आम जन से घाट के आस पास न जाने की लगातर अपील अनाउंसमेंट के माध्यम से करवाई जा रही है. 


क्या कहा तैराक दल के सदस्य ने जानिए
मौके पर मौजूद शिप्रा तैराक दल के सदस्य ने बताया कि हमारे पास रेस्क्यू के लिए होमगार्ड के जवान व रेस्क्यू टीम तैनात हैं. आस पास के जिलों में लगातार हो रही बारिश से सुबह से जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इस बारिश में ये चौथी बार ऐसा दृश्य देखने को मिला है. आम जन को रोकने का प्रयास अनाउंसमेंट के माध्यम से हो रहा है. आम जन से अपील कर रहे हैं कि घाट पर ना आये पूजन तर्पण के लिए स्नान कर ज्यादा गहरे पानी मे ना जाये बाढ़ जैसे हालात हैं. 


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