Madhya Pradesh News In Hindi: मध्य प्रदेश के उज्जैन में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. दरअसल, पीएचई का काम करने वाले एक ठेकेदार की शिकायत पर लोकायुक्त ने शहर में स्थित पीएचई कार्यालय पर छापा मारा. जहां सहायक यंत्री निधि मिश्रा को शिकायतकर्ता ठेकेदार से 60 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया. डीएसपी राजेश पाठक ने इसकी पुष्टि की है.


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महिला अधिकारी ने ठेकेदार से मांगे 60 हजार
इस मामले को लेकर डीएसपी ने बताया कि शिकायतकर्ता ठेकेदार अक्षय पाटीदार है. ठेकेदार ने जल जीवन मिशन के तहत 80 लाख का काम किया था. पिछले 3 साल से 10 लाख का भुगतान लंबित था. इसी के लिए रिश्वत की शिकायत मिली थी, जिस पर कार्रवाई की गई. अब जांच चल रही है.


इसलिए मांगी थी रिश्वत
शिकायतकर्ता अक्षय पाटीदार ने बताया कि उन्होंने 3 साल पहले जल जीवन मिशन योजना के तहत घट्टिया तहसील के गांवों में काम का ठेका लिया था. इस दौरान 10 महीने में कई निर्माण कार्य पूरे हुए, जिनकी लागत 80 लाख रुपए थी. मुझे 6 महीने में काम पूरा करना था, लेकिन कोविड के कारण 4 महीने देरी हो गई. 4 महीने की देरी के कारण पीएचई विभाग ने 10 लाख रुपए का बिल रोक लिया था. मुझे अपना 1.25% भुगतान लेना था, जो मुझे मिलना था. लेकिन मुझे नहीं दिया गया और उस पर 2.25% का जुर्माना लगा दिया गया. मैंने बिल पास कराने के लिए पीएचई विभाग कार्यालय के चक्कर लगाए. लेकिन फाइल कार्यपालन यंत्री से सहायक यंत्री और फिर अधीक्षण यंत्री के पास घूमती रही. मैं तंग आ गया. इसलिए मैंने 1 जुलाई को लोकायुक्त को शिकायत की.


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इस मामले में डीएसपी ने बताया कि आरोपी निधि मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. ठेकेदार अधीक्षण अभियंता का नाम भी ले रहा है. अगर किसी और का नाम सामने आता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.


रिपोर्ट- राहुल राठौर