Mahakal Ujjain News: महाकाल की नगरी उज्जैन स्थित महाकाल लोक में एक बार फिर सप्तऋषियों की मूर्तियों को बदलने की तैयारी की जा रही है. दरअसल, पिछले साल तूफान के कारण सप्तऋषियों की मूर्तियां ढह गयी थीं, जिसके बाद शासन प्रशासन ने श्री महाकाल लोक में नए सिरे से मूर्तियां स्थापित करवाईं थी. लेकिन अब एक बार फिर से महाकाल लोक की मूर्तियों को लेकर बदलाव किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है. ओडिशा से उज्जैन पहुंचे कलाकारों ने 8 मूर्तियां बनाने का काम शुरू कर दिया है.


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महाकाल लोक में सप्तऋषियों की मूर्तियां दूसरी बार बदलेंगी
पहले चरण में  सप्तऋषियों और एक शिव की प्रतिमा बनाई जाएगी, जिसके बाद अन्य प्रतिमाएं भी बदली जाएंगी. जिलाधिकारी का कहना है कि अभी एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है. सभी मूर्तियों की अनुमानित लागत 30 करोड़ रुपये हो सकती है. फिलहाल पहला चरण 2.50 करोड़ रुपये में पूरा होगा. ये पत्थर की मूर्तियां बंशी पहाड़पुर के पत्थर पर गढ़ी जा रही हैं. 10 कलाकार इसे 6 महीने में तैयार करेंगे.


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बंसी पहाड़ के पत्थरों से बनाई जाएंगी मूर्तियां
आपको बता दें कि श्री महाकाल लोक में 11 करोड़ रुपये की लागत से 106 प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं, जो एफआरपी फाइबर रीइंफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं और उनकी ऊंचाई 10 x 25 फीट है. 1 मूर्ति की कीमत 11 लाख है और इसकी उम्र 10 साल है. इन सभी को गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने 5 साल में बनाया है. अब जिस पत्थर से मूर्तियां बन रही हैं उनकी बात करें तो इस बार बंसी पहाड़ के पत्थरों से मूर्तियां बनाई जाएंगी. मूर्तियां 15 फीट ऊंची होगी.  एक मूर्ति पर 23 से 50 लाख खर्च आएगा. इस तरह 106 मूर्तियों पर 30 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है.


रिपोर्ट - राहुल सिंह राठौड़