राहुल सिंह राठौर/उज्जैनः उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में हंगामा करने वाले भाजपा के 18 कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के खिलाफ पार्टी ने सख्त कार्रवाई की है. दरअसल बीजेपी ने हंगामा करने वाले पदाधिकारियों समेत 18 पार्टी कार्यकर्ताओं को उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है. पार्टी ने इसके लिए नोटिस भी जारी कर दिया है. वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि मंदिर प्रशासक ने उन्हें मंदिर में प्रवेश की मौखिक अनुमति दी थी.


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क्या है मामला
भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या बीते बुधवार को उज्जैन पहुंचे थे. इस दौरान वह महाकाल मंदिर में दर्शन करने भी गए थे. इस दौरान उनसे मिलने बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी मंदिर परिसर पहुंच गए. तेजस्वी सूर्या के साथ कुछ कार्यकर्ता गर्भगृह में चले गए लेकिन जो कार्यकर्ता बाहर रह गए, उन्होंने हंगामा कर दिया. आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर नंदी हॉल में घुसने की कोशिश की. आरोप है कि जब बीजेपी कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की गई तो वह सुरक्षा गार्ड से ही भिड़ गए. 


इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया था. जिसके बाद पार्टी ने हंगामा करने वाले 18 कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया और नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सभी को पार्टी में पदों से कार्यमुक्त कर दिया.कार्यमुक्त किए गए पार्टी कार्यकर्ताओं में उज्जैन जिले नगर के जिला अध्यक्ष और उज्जैन ग्रामीण के जिला अध्यक्ष भी शामिल हैं. वहीं जिला कलेक्टर ने 2 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट भी दर्ज कराई है. 


कार्यकर्ताओं का ये है कहना
वहीं जिन कार्यकर्ताओं पर बीजेपी ने कार्रवाई की है, जब हमने उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने उन्हें मंदिर में जाने की मौखिक अनुमति दी थी लेकिन अनुमति के बाद भी प्रवेश नहीं दिया गया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. 


जानिए किन पर हुई कार्रवाई
भाजयुमो के नगर जिलाध्यक्ष अमय शर्मा, ग्रामीण जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह जलवा, अंबोदिया के पूर्व सरपंच गोवर्धन सिंह डोडिया, मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा नागदा भवानी देवड़ा, कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र बाघेला उर्फ बाबू, सौरभ गोशर, लक्की गुर्जर एवं शुभम डब्बेवाला और कार्यकर्ता ऋषि बाली, राहुल बैस, कमल सालानी, शिम्पी शर्मा, प्रिंस लोधवाल, सौरभ यादव, विनोद मालवीय, ऋषभ मालवीय, तनय अग्रवाल, अमर यादव को भाजयुमो की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है. नोटिस में कहा गया कि आप सभी के द्वारा श्री महाकाल मंदिर में भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रवास के दौरान किया गया व्यवहार अनुचित था, जो नहीं होना था आपके व्यवहार से मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंची है.