MP के इस शहर में सड़कों पर लगा म्यूजिक सिस्टम, रेड सिग्नल में सुनाई पड़ रहे हैं पुराने गाने
उज्जैन नगर निगम राहगीरों को स्ट्रेस फ्री फील कराने के लिए चौराहों पर म्यूजिक सिस्सटम लगाने जा रहा है. इससे रेड सिग्नल के दौरान लोग पुराने गाने सुन सकेंगे.
उज्जैन: अगर सिग्नल रेड हो तो लोगों को काफी स्ट्रेस होता था. सिग्नल पर रुकना दिन का सबसे खराब समय होता था, लेकिन अब उज्जैन में ऐसा नहीं होगा. लोगों को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए स्मार्ट सिटी प्रशासन ने ट्रैफिक सिग्नल पर मधुर संगीत बजाना शुरू किया है. निगम व स्मार्ट सिटी का कहना है कि अगर फीड बैक अच्छा मिलेगा क इसपर और आगे काम किया जाएगा.
चौराहों नहीं सुनाई देंगे निर्देश
अब तक शहर के चौराहों पर लगे स्पीकर से वाहन चालकों को हिदायत वाले निर्देश दिए जा रहे थे. जेब्रा लाइन से पीछे खड़े रहो, सिग्नल मत तोड़ों, धीरे चलो जैसे निर्देश इतनी बार दिए जाते थे कि लोगों के कानों में आवाज गूंजने लगती थी. इससे मन बोझिल लगता था और लोग तनाव महसूस करते थे. मगर अब इन निर्देशों की जगह मधुर संगीत बज रहा है. इससे उनका मन भी खुश हो रहा है.
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16 जगहों पर लगा म्यूजिक सिस्टम
नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने बताया कि शहर के 16 चौराहों पर जहां सिग्नल लगे हैं. वहां मधुर संगीत बजाने का काम शुरू किया है. पहले इन सिग्नलों पर यातायात के निर्देश, कोविड संबंधी निर्देश और प्रशासनिक योजनाओं की जानकारी दी जाती थी, लेकिन स्मार्ट सिटी योजना के तहत अब संगीत बजाने का काम शुरू किया है.
आगे किया जाएगा काम
आईटीएनएस सिस्टम के तहत यह किया गया है. जब ट्रैफिक कम रहता है खासकर रात के समय तब लाइट इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक बजाते हैं, ताकि माहौल ठीक रहे. स्मार्ट सिटी की टीम के आइडिया के आधार पर यह पहल की है. लोगों का फीडबैक पर इस पर कैसा रहता है उसके आधार पर इसे कंटिन्यू किया जाएगा और साउंड की क्वालिटी में सुधार किया जाएगा.
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लोगों को भा रहा सिस्टम
लोगों ने कहा कि सिग्नल में पुराने गीत मन को भी कुछ पलों के लिए रिलैक्स करते हैं. कानों में आवाज आते ही पड़ते ही उनकी जुबां गीत गुनगुनाने लगती है और रेड लाइट कब ग्रीन में बदल जाती है पता ही नहीं चल पाता. कभी प्यार के नगमों की धुन बजती है तो कभी भूले-बिसरे गीतों की धुनें अतीत को वर्तमान में ले आती है.
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