अरुण त्रिपाठी/उमरियाः मध्यप्रदेश के उमरिया में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बीजेपी का कब्जा हो सकता है. बता दें कि जिला पंचायत के दो निर्वाचित सदस्यों ने भाजपा की सदस्यता ले ली है, जिसके बाद बीजेपी के जिला पंचायत सदस्यों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है. अब बीजेपी को जीत के लिए महज एक और जिला पंचायत सदस्य का समर्थन चाहिए. बीजेपी को उम्मीद है कि एक अतिरिक्त वोट भी उन्हें मिल जाएगा. 


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जनजातीय कार्यमंत्री मीना सिंह और बीजेपी के जिला अध्यक्ष दिलीप पांडे के प्रयासों से वार्ड 1 से निर्वाचित ओमनारायण सिंह और वार्ड 3 से निर्वाचित अनुजा पटेल बीजेपी में शामिल हो गए हैं. ओमनारायण सिंह पहले कांग्रेस में थे और अनुजा पटेल बसपा से थीं. दिलीप पांडे ने बताया कि भाजपा ने दोनों निर्वाचित सदस्यों से संपर्क कर उन्हें भाजपा की विचारधारा से जुड़ने का आग्रह किया. जिस पर दोनों ने सहमति जताई. इसके बाद भाजपा के जिला पंचायत सदस्यों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है, जो कि पहले तीन थी.  


जब नतीजे घोषित हुए थे, उस वक्त उमरिया के 10 वार्डों में से कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्यों की संख्या 5 थी और माना जा रहा था कि बीते कई सालों की तरह इस बार भी जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस से ही होगा लेकिन अब बीजेपी ने बढ़त बना ली है. कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्यों की संख्या अब 4 रह गई है. वहीं बसपा का एक जिला पंचायत सदस्य है. भाजपा की रणनीति है कि कांग्रेस या बसपा के किसी एक सदस्य के सहारे उमरिया में अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया जाए. 


पहली बार भाजपा का होगा जिला पंचायत पर कब्जा
बता दें कि जिला पंचायत उमरिया के गठन के बाद से यहां 4 चुनाव हुए हैं लेकिन हर बार से यहां कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष बनते रहे हैं. पहली बार कांग्रेस की चंद्रप्रभा सिंह, दूसरी बार कांग्रेस के अजय सिंह, तीसरी और चौथी बार कांग्रेस की ज्ञानवती सिंह अध्यक्ष बन चुकी हैं. अब यदि सबकुछ भाजपा की रणनीति के तहत हुआ तो यह पहला मौका होगा, जब जिला पंचायत अध्यक्ष बीजेपी से होगा.