Engineers killed in Pune accident: मध्य प्रदेश के रहने वाले दो इंजीनियरों अनीश अवधिया और अश्विनी कोष्टा की पुणे में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. वहीं, हादसे के लिए जिम्मेदार नाबालिग आरोपी को कुछ ही घंटों में जमानत पर रिहा कर दिया गया. जिसके बाद परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. आपको बता दें कि उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली निवासी अनीस अवधिया की सड़क दुर्घटना में जान चली गई. घटना के बाद मातम फैल गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मामले में परिजनों ने उद्योगपति के आरोपी बेटे को बचाने का आरोप लगाया है. 


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उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली निवासी अनीश अवधिया उन दो लोगों में शामिल थे जिनकी पुणे में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप है कि हादसे के जिम्मेदार उद्योगपति के नाबालिग आरोपी बेटे को बचाया जा रहा है.


जानिए पूरा मामला?
महाराष्ट्र के पुणे में एक दुखद सड़क दुर्घटना, जिसमें एक बिजनेस टाइकून का नाबालिग बेटा शामिल है. इस घटना ने बहुत विवाद और सार्वजनिक आक्रोश पैदा किया है. एक प्रमुख स्थानीय बिल्डर के नाबालिग बेटे ने कथित तौर पर देर रात कार चलाते समय दो इंजीनियरों, अनीस अवधिया और अश्विनी कोष्टा को कुचल दिया. जिसके बाद अनीस की मौके पर ही मौत हो गई और अश्विनी की इलाज के दौरान मौत हो गई. रात करीब 2.30 बजे हुई इस घटना के बाद येरवडा पुलिस स्टेशन ने तत्काल पुलिस कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.


हालांकि, महज 14 घंटे के अंदर ही नाबालिग को जिला अदालत से जमानत मिल गई. इस जमानत को लेकर कोर्ट की शर्तों को लेकर एक नई बहस भी छिड़ गई. पुलिस ने तुरंत येरवडा पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया था. हालांकि, कुछ ही घंटों में कोर्ट ने नाबालिग को जमानत दे दी. आरोपी को नाबालिग मानते हुए उसे पुणे के किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया गया था. जमानत की शर्तों के तहत अदालत ने नाबालिग से घटना पर एक निबंध लिखने को कहा गया. इस हादसे के मृतकों की पहचान अनीस और अश्विनी के रूप में हुई है. दोनों मध्य प्रदेश के रहने वाले थे और पास के पब से नाइट आउट करके लौट रहे थे, तभी ये हादसा हुआ.