उमरिया: मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में बांधवगढ़ एसडीएम की गुंडागर्दी का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. बताया जा रहा है कि एसडीएम की मौजूदगी में उनके कर्मचारियों ने दो युवकों को बेरहमी से पीटा है. जिससे युवकों को काफी चोट आई है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब एसडीएम पर गाज गिर गई है. सीएम मोहन यादव ने एसडीएम को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में सुशासन की सरकार है. प्रदेश में आमजन से इस तरह का अमानवीय व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.


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बता दें कि जिले के बांधवगढ़ का ये पूरा मामला है. जानकारी के मुताबिक गाड़ी ओवरटेक करने के मामले में दो युवकों को बुरी तरह से पीटा गया है. फिलहाल दोनों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. घायल युवकों का कहना है कि उनकी गलती इतनी थी कि वो जल्दी में कही जा रहे थे, इसलिए एसडीएम की गाड़ी को ओवरटेक कर दिया. बस इसके बाद एसडीएम ने खुद अपने कर्मचारियों के साथ मेरी कार में तोड़फोड़ कर दी और मुझे पिटवाया.


निलंबन का  सीएम ने दिया आदेश



जिला सत्कार अधिकारी बनाया था
जानकारी के मुतबिक उमरिया के कलेक्टर बुद्धेश्वर वैद्य  ने बांधवगढ़ एसडीएम अमित सिंह को उनके पद से हटाकर जिला सत्कार अधिकारी बना दिया था. यानी कल तक जो आम जनता पर डंडे चलवा रहे थे, अब वह स्वागत करेंगे यानी सत्कार अधिकारी बनाए गए थे. हालांकि अब सीएम यादव ने सीधे निलंबित कर दिया है.


एफआईआर भी दर्ज
वहीं मारपीट-तोड़फोड़ का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एसपी निवेदिता नायडू ने बताया कि एफआइआर एसडीएम अमित सिंह के अलावा तहसीलदार विनोद कुमार, एसडीएम के वाहन चालक नरेन्द्र दास पनिका और तहसीलदार के सहयोगी संदीप सिंह के खिलाफ दर्ज की गई है. 


उमरिया SDM किं गुण्डागर्दी पर भड़की कांग्रेस 
वहीं इस मामले ने अब राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. उमरिया SDM किं गुण्डागर्दी पर कांग्रेस का रिएक्शन भी सामने आया है. कांग्रेस राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा कि क्या एमपी ऐसी घटनाओं को लेकर जाना जाएगा? सीएम मोहन यादव को टैग करते हुए उन्होंने लिखा कि आपसे कड़ी कार्यवाही की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि एमपी के वातावरण में ऐसे बेरहम अफ़सर शाही की कमी नहीं है. 


एक के बाद एक अफसरों की गुंडागर्दी सामने आई
गौरतलब है कि नई सरकार बनने के बाद एमपी में अफसरों की गुंडागर्दी की कई घटनाएं सामने आई है. पहले शाजापुर के तत्कालीन कलेक्टर ने ट्रक चालकों से कहा तुमारी औकात क्या है. उसके बाद देवास तहसीलदार ने आम जनता चूजा बता दिया. हद तो तब हो गयी जब उमरिया के SDM बर्बरतापूर्ण लोगों की पिटवाई करवाते नजर आए.


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