आकाश द्विवेदी/भोपाल: केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) आज मध्यप्रदेश(MP News) दौरे पर थीं. भोपाल में आयोजित वत्सल भारत कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पहली बार हुआ है कि ग्रामीण अंचल में बच्चों का संरक्षण करने वाला कार्यकर्ता ,अपर सचिव से लेकर मंत्री आज एक छत के नीचे हैं. एडॉप्शन करने आले परिवारों को हम सम्मान देते हैं, उन्होंने बड़ा कदम उठाया है.


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उन्होंने कहा कि क़ानून पहले कुछ ऐसा था कि कोर्ट में प्रस्तुत होना पड़ता था. एक लंबा अरसा बीच जाता था. बाद में अभिभावक कहने लगे कि हम कोर्ट क्यों जाए. जहां क्राइम के निर्णय होते है. अभिभावक ने कहा कि बच्चा गोद लेना एक पुण्य का काम है , ये ज़िलों में अधिकार आए.


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'मोदी सरकार ने क़ानून में तब्दीली की' 
2014 के बाद हुए बदलाव पर जोर डालते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि मोदी सरकार ने क़ानून में तब्दीली की और देश भर में 2,250 एडॉप्शन हो चुके हैं. 1 लाख 45 हज़ार बच्चे CCI की मदद से आज अपने परिवारों के पास दोबारा लौट गए हैं. स्मृति ईरानी ने कहा कि हर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी का दफ़्तर बनाने की ज़िम्मेदारी भारत सरकार ख़ुद ले रही है.


'65 हज़ार बच्चों का भारत सरकार कर रही है संरक्षण'
मिशन वात्सल्य के बारे में जानकारी देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि जिस बच्चें को सरकार से मदद की दरकार है , जिससे मिशन वात्सल्य के अन्तर्गत सरकार कर सके. बाल संरक्षण के बजट में 230 परसेंट की वृद्धि हुई है. अब देश भर में 65 हज़ार बच्चों का संरक्षण भारत सरकार कर रही है.


उन्होंने कहा कि अगर 18 साल से कम उम्र की बेटियों के संरक्षण के लिए कोई प्रोजेक्ट हो जो निर्भया फण्ड के अन्तर्गत आता हो. आप प्रपोजल हम तक पहुंचाए. हम केंद्र और राज्य सरकार से चर्चा करेंगे और शत-प्रतिशत पैसा आप तक पहुंचायेंगे. हम 74 करोड़ रुपये बेटियों को समर्पित करेंगे और 4 हज़ार रुपये उनको देंगे.



 


स्मृति ईरानी ने TMC पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और TMC पर साधा निशाना. पश्चिम बंगाल में पंचायत के चुनाव में जिस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या होते लोग स्वयं देख पा रहे हैं. जहां लोकतांत्रिक अपने मूल्यों को अधिकारों को जताने के लिए लोग मौत के घाट उतारे जा रहे हैं. उसी TMC की पार्टी के साथ गांधी परिवार गठबंधन कर रहा है. मेरा गांधी परिवार से विशेष ये प्रश्न है कि क्या उनसे हाथ मिलाना मंज़ूर है. जो पश्चिम बंगाल में क़हर मचा रहे हैं. मौत के घाट मात्र लोगों को इसलिए उतारा रहे हैं क्योंकि वो वोट करना चाहते हैं. मौत का ये खेला श्री राहुल गांधी को क्यों स्वीकार है यह प्रश्न उठता है.