Madhya Pradesh News: चांद पर पहुंच गया चंद्रयान, धरती पर अब भी अंधविश्वास. इसकी बानगी देखने को मिल रही है मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में. प्रदेश से एक बार फिर ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो आज भी लोगों के बीच फैले अंधविश्वास को उजागर करती है. रतलाम जिले में एक परिवार ढोल-थाली के साथ जिला अस्पताल पहुंचा और एक साल पहले मृत हुए व्यक्ति की आत्मा लेने के नाम पर अंधविश्वास का खेल करता नजर आया. हैरानी की बात ये है कि इस दौरान जिला अस्पताल के किसी भी स्टाफ को कोई परेशानी नहीं हुई. 


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आस्था या अंधविश्वास
रतलाम जिला अस्पताल में एक ग्रामीण परिवार के करीब 24 से ज्यादा लोग पहुंचे. सभी परिवार के सदस्य 1 साल पूर्व मृत युवक की आत्मा को लेने अंधविश्वास का खेल करते रहे. जिला अस्पताल के वार्ड में ढोल-थाली की जोरदार आवाज से मरीज परेशान हुए. इस दौरान न सिर्फ ढोल-थाली बजाई बल्कि शराब के साथ तलवार भी लहराई गई. करीब एक घंटे तक चले इस अंधविश्वास के खेल को रोकने के लिए जिला अस्पताल के स्टाफ ने कोई कवायद नहीं की. 


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मरीजों पर लापरवाही पड़ सकती है भारी
स्टाफ की ओर से कोई भी कदम न उठाया जाना मरीजों पर काफी भारी पड़ सकता है. हथियार लहराते किसी को चोट लग सकती थी. जीरो टॉलरेंस में ढोल-थाली की तेज आवाज के कारण मरीज परेशान होते रहे. सवाल भी यही है कि वैसे ही प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की हालात खराब है और अब यह अंधविश्वास का खेल. 


पहली बार नहीं हुआ
ऐसा नहीं की जिला अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है. न ही यह पहली बार हुआ है. इससे पहले भी अंधविश्वास की ऐसी तस्वीर को ZEE मीडिया ने दिखाया, लेकिन हर बार जिला अस्पताल प्रशासन ने इस पर सिर्फ जिम्मेदार स्टाफ पर कार्रवाई का आश्ववासन दिया. इस बार भी सीएमएचओ और सिविल सर्जन रतलाम में नहीं थे. ऐसे में प्रभारी सिविल सर्जन ने इस दौरान अस्पताल में मौजूद स्टाफ व जिम्मेदार पर जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है. 
 
इनपुट- रतलाम से चंद्रशेखर सोलंकी की रिपोर्ट, ZEE मीडिया