MP के इस जिले में राष्ट्रीय ध्वज संहिता का उल्लंघन, कटे-फटे हजारों झंडों का वितरण किया
15 अगस्त मंगलवार को देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. वहीं मध्यप्रदेश के धार जिले की जनपद पंचायतों में बड़ी मात्रा में अमानक राष्ट्रीय ध्वज भेजे गए है. जिला पंचायत ने जो तिरंगा भेजा है, उसमें कटे-फटे तो कई टेढ़े-मेढ़े हैं. जो हमारे राष्ट्रीय ध्वज का उल्लघंन करने वाले भी है.
Har Ghar Tiranga: 15 अगस्त मंगलवार को देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. वहीं मध्यप्रदेश के धार जिले की जनपद पंचायतों में बड़ी मात्रा में अमानक राष्ट्रीय ध्वज भेजे गए है. जिला पंचायत ने जो तिरंगा भेजा है, उसमें कटे-फटे तो कई टेढ़े-मेढ़े हैं. जो हमारे राष्ट्रीय ध्वज का उल्लघंन करने वाले भी है. बताया जा रहा है कि इन अमानक ध्वज के वेंडर से मिलने पर इनकी मॉनिटरिंग नहीं की गई और उसका वितरण कर दिया है.
बता दें कि यह राष्ट्रीय ध्वज आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत गांव में लोगों के घरों पर लगाने के लिए ग्राम पंचायत के द्वारा जनपद पंचायत से सशुल्क प्राप्त किए गए हैं. इसमें एक झंडे की कीमत 18 रुपए बताई गई है. यह अमानक टेढ़े मेढ़े राष्ट्रीय ध्वज राष्ट्रीय ध्वज संहिता का उल्लंघन है. इन अमानक ध्वज के वेंडर से मिलने पर इनकी मॉनिटरिंग नहीं की गई और इसका वितरण किया गया.
पत्र जारी किया
जिला पंचायत के द्वारा एक पत्र जारी किया गया है. जिसका क्रमांक 2387 / पंचायत राज / 2023 दिनांक 11 /8/ 2023 है। जिसमें बताया गया है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं परियोजना अधिकारी के द्वारा पूरे जिले की जनपद पंचायत , नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में 95 हजार झंडों का वितरण किया जाना है. जिनकी कीमत 17 लाख 10 हज़ार रुपये बताई गई है. बता दें कि अब यह 95 हजार ध्वज में से अधिकांश ध्वज ध्वज राष्ट्रीय ध्वज संहिता का पालन नहीं करते हैं, इन्हें किस तरह हर घर तिरंगा अभियान के तहत लगाया जाएगा ? यह ग्राम पंचायत के सचिव को बांटे गए राष्ट्रीय ध्वज फ्लैग कोड संहिता का पालन नहीं करते.
क्या है नियम
नियम के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज आयताकार होना चाहिए. झंडे की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 होना चाहिए. अगर उसकी लंबाई 150 सेंटीमीटर है तो उसकी चौड़ाई 100 सेंटीमीटर होना चाहिए. जिला पंचायत के द्वारा जनपद पंचायत को जो राष्ट्रीय ध्वज भेजे गए हैं उसमें जो तीन कलर की पट्टिया है, वे समान आकार की नहीं है. झंडे में केसरिया, सफेद और हरे कलर की जो पट्टियां है, इन तीनों की चौड़ाई बराबर होना चाहिए लेकिन यहां पर जो ध्वज बांटे जा रहे हैं वे फ्लैग राष्ट्रीय ध्वज संहिता का पालन नहीं कर रहे हैं और इन झंडों की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात भी 3 अनुपात 2 नहीं है.
अमानक झंडों को वापस किया जाएगा
जिला पंचायत सीईओ श्रंगार श्रीवास्तव का कहना हैं कि शासन के निर्देश के अनुसार हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत घर घर चलाया जा रहा है. उसके लिए झंडे फहराने के लिए सभी को प्रेरित किया जा रहा है. जो झंडे अमानक की सूचना प्राप्त हुई है, भारत सरकार के अधिकृत वेंडर के माध्यम से इनको क्रय किया गया है. जो भी अमानक झंडे उनको वापस किया जाएगा और सभी से यह अपील है कि जब हम कोई झंडा फहरा रहे होते हैं तो उसके मानक होने का ध्यान रखना पड़ता है. झंडा सीधा फहराना होता है. सभी को ध्वज संहिता के नियमों का पालन करना है. सभी लोग उसको समझ कर करें और अमानक झंडा प्राप्त होता है तो उसको सहेज कर रखें लेकिन उसे ना फहराए अमानक झंडों को वापस किया जाएगा.
रिपोर्ट- कमल सोलंकी