Nimad Pola Festival: पश्चिमी निमाड़ खरगोन में पोला पर्व किसानों के बीच उत्साह से मनाया गया, जिसमें उन्होंने अपने बैलों को सजाया और उन्हें पोला बांधकर श्रंगारित किया गया. बैलों के साथ गांव के प्रमुख स्थान पर किसान इकट्ठा हुए और मटकी फोड़ने की तरह पोला तोड़ा. इस उत्सव में ढोल-ताशे, गीत-संगीत के साथ किसानों ने बैलों के साथ मिलकर जश्न मनाया. क्षत्रिय पाल समाज, रघुवंशी समाज, और दांगी समाज ने इस पर्व में विशेष रूप से भाग लिया. इस साल की अच्छी बारिश ने किसानों के चेहरे पर और भी खुशी ला दी, जिससे पोला पर्व और भी खास बन गया.


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बैलों के शृंगार और उत्सव का पर्व
पोला पर्व किसानों द्वारा अपनी खेती के प्रमुख साधन बैलों के शृंगार और उत्सव के रूप में पश्चिमी निमाड़ खरगोन में मनाया जाता है. किसानों द्वारा अपने बैलों को सजाया और श्रंगार कर गांव ,इलाके और अंचल में काफी ऊंचाई पर फूलो आम की पत्ती के साथ पोला बांधा जाता है. बैलों के साथ उस स्थान पर किसान आते हैं और बंधे पोले को तोड़ते हैं. काफी प्रयास के बाद मटकी फोड़ की तरह सफलता मिलने पर उत्सव मनाया जाता है. ढोल ताशे के साथ श्रंगारित बैलों के साथ किसान परिवार झूमते गाते हैं और खुशियां मनाते हैं. 


बता दें कि क्षत्रिय पाल समाज के अध्यक्ष अजय पाल बताते हैं कि अपनी कृषि के मुख्य साधन बैलों का यह त्यौहार है. आज के दिन उनसे कोई काम नहीं लिया जाता है. सिर्फ उनके साथ उत्सव मनाया जाता है. खरगोन के पहाड़ सिंह पूरा में रघुवंशी समाज दांगी मोहल्ले में दांगी समाज और क्षत्रिय पाल समाज द्वारा यह उत्सव पोला बांधकर मनाया जाता है. अच्छी बारिश से पोला पर्व की खुशियों दुगुनी हो गई और किसानों ने बड़ी संख्या शामिल होकर अपने अपने बेलो के साथ पर्व मनाया.


रिपोर्ट: राकेश जयसवाल (खरगोन)


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