White deer: धरती और प्रकृति रहस्यों का खजाना हैं. कई ऐसे दुर्लभ प्राणी तो ऐसे हैं, जिनके दर्शन ही काफी दुर्लभ है. हालांकि आज कल ऐसे प्राणियों कम ही देखने को मिलते हैं. वही मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट होने के साथ ही अब चीता स्टेट भी बन गया है. अब ये खबर आ रही है कि जल्द सतना जिले में स्थित मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी से सफेद हिरण भोपाल लाने की तैयारी चल रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि सफेद हिरण को लाने के पीछे का कारण वन विहार में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने को लकेर है. क्योंकि मध्य भारत में सफेद हिरण कम ही देखने को मिलते हैं. सफेद हिरण पर्यटकों को आकर्षित करेंगे.


Dhuniwale Dadaji: यहां पिछले 93 साल से जल रही धूनी, गुरु पूर्णिमा पर दादा धूनीवाले की नगरी में पहुंचे लाखों श्रद्धालु


कितने हिरण लाए जाएंगे
जानकारी के मुताबिक सतना के महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी से सफेद हिरण लाने की तैयारी कर ली गई है. 
एनिमल एक्चेंज प्रोग्राम के तहत 3 सफ़ेद हिरण भोपाल के वन विहार में लाए जाएंगे. इसे लेकर प्रबंधन ने पार्क प्रबंधन ने केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से पत्राचार किया है.  पत्र लिखा है. फ़िलहाल वन विहार में 77 काले हिरण मौजूद है. लेकिन अब सफेद हिरण भी देखने को मिलेंगे.


मध्य प्रदेश में कितने नेशनल पार्क?
मध्यप्रदेश में कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान, बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान, पेंच राष्ट्रीय उद्यान, सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, माधव राष्ट्रीय उद्यान, संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान, ओकारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान, डायनासोर राष्ट्रीय उद्यान, कूनो राष्ट्रीय उद्यान, राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान और वन विहार राष्ट्रीय उद्यान है.


यह है सफेद हिरन की खासियत
बता दें कि सफेद हिरण को हिमालयन मुस्क डियर कहा जाता है. विदेशों में इसे व्हाइट बेलिड डियर के नाम से भी जाना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सफेद हिरण के अंगों एवं मांस की मांग परफ्यूम, इत्र और दवाई बनाने के लिए अत्याधिक है. इंटरनेशनल बाजार में इनकी कीमत काफी ज्यादा है. फिलहाल देश में असम, हिमाचल, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल और जम्मू-कश्मीर में सफेद हिरण पाए जाते हैं.