Winter Joint problem: सर्दियां आ चुकी हैं और साथ ही लोगों के जॉइंट पेन की परेशानियां भी सामने आने लगी है. सर्दियों में जोड़ों का दर्द (Joint Pain) बढ़ने के कई कारण हैं. ठंड की वजह से दर्द ज्यादा महसूस होने लगता है. यही वजह है कि सर्दियों में त्वचा पर मामूली खरोंच या छोटा-मोटा कट लगने पर भी दर्द का एहसास काफी तेज होता है. ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं और जिसकी वजह से  उंगलियों, पंजों, टांगों एवं घुटनों में रक्त प्रवाह घटता है, और गठिया ग्रस्त शरीर में जोड़ों में दर्द बढ़ने का कुछ हद तक ये कारण बनता है. 


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ठंड में तापमान गिरने पर हमारे शरीर में रक्त प्रवाह कम हो जाता है. इसी कारण जो रक्त प्रवाह महत्वपूर्ण अंगों जैसे हृदय, मस्तिष्क, जिगर, गुर्दे, आंतों की तरफ जाता है, उसपर फर्क पड़ता है.  जिन लोगों को पहले फ्रैक्चर हुआ है. वे भी सर्दियों में तापमान गिरने पर रक्त प्रवाह घटने की वजह से जोड़ों में अधिक दर्द महसूस करते हैं. वातावरण का दबाव घटने से टिशू में सूजन आती है जिससे जोड़ों का तनाव बढ़ता है और यह भी उनमें दर्द बढ़ने का कारण होता है. तापमान गिरने से मांसपेशियों में दर्द बढ़ जाता है जो मांसपेशियों और जोड़ों को पहले से ज्यादा कठोर बनाता है. इसके अलावा, सर्दी के दिनों में धूप कम मिलने और घरों के अंदर सिमटे रहने के कारण विटामिन डी की मात्रा कम होती है जो कि हड्डियों एवं मांसपेशियों की कार्यप्रणाली तथा स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है.


हड्डियों का कैसे रखे ख्याल ( joint problem)-
ठंड के दिनों में जोड़ों में दर्द (Joint pain) की समस्या भी बढ़ सकती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि ठंडी हवा के प्रभाव से मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होती है. वहीं अगर किसी को ऑर्थराइटिस की शिकायत होती है उन्हें इस दौरान खास सावधानी बरतनी चाहिए. ऐसे में आप अपने शरीर को गरम कपड़ों से ढकें और कसरत करना न भूलें.


वजन को नियंत्रित रखें (Weight control)-
कोशिश करें कि इस समय वजन ना बढ़े क्योंकि ज्यादा वजन बढ़ने से आपके जोड़ों पर भार बढ़ता है और ऐसे में जोड़ों का दर्द भी बढ़ता है. गतिविधि कम होने, घरों के अंदर बंद हो जाने से शरीर कम कैलोरी खर्च करता है और वजन बढ़ता है. इसलिए नियमित व्यायाम और एक्सरसाइज करें.


संतुलित भोजन करें (Healthy food)-
खाने में गर्म और सेहत से भरपूर हरी सब्जियों का सेवन करें.  अपने खाने में इन हेल्दी चीजों जैसे, एवोकाडो, फ्लैक्‍स सीड्स, अखरोट और मछली आदि को शामिल करें क्योंकि इनमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और ये शरीर के क्षतिग्रस्त ऊतकों पर लाभकारी प्रभाव डालते हैं. डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी सप्लीमेंट का सेवन करें और जहां तक संभव हो सके सूरज की रोशनी में जाएं. सूरज की किरणों से हमारी हड्डियां मजबूत होती हैं.