जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ में NHM के संविदा स्वास्थ्यकर्मी नियमितिकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. वहीं जांजगीर चांपा जिले में सामूहिक इस्तीफा देने वाले NHM कर्मियों ने गोबर बेचकर अपना विरोध जताया. उन्होंने कहा कि सरकार हमारी मांगे सुनने को तैयार नहीं है. 


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हड़ताली कर्मियों ने कहा कि हमने बीते रोज इस्तीफा सौंपा है और अब हम बेरोजगार हो चुके हैं ऐसे में हमारे सामने आमदनी का और कोई जरिया नहीं है इसके लिए हम गोबर बेच रहे हैं. गौरतलब है कि 19 सितंबर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मी हड़ताल पर हैं और शासन प्रशासन के बढ़ते दबाव के बाद उन्होंने मंगलवार को अपना इस्तीफा दिया था.


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कर्मचारियों ने कहा था कि उनकी मांगों पर अब तक सरकार किसी भी तरह से निर्णय नहीं ले पाई है जिसकी वजह से वह आहत है और अपना सामूहिक इस्तीफा सौंप रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हड़ताली कर्मियों ने कहा है कि वे अब अपने-अपने क्षेत्र में जाकर गोबर गट्ठा करेंगे और उसे गोठनों में बेचेंगे साथ ही उससे मिलने वाले पैसे को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे ताकि यह पैसे सरकार के काम आ सके. 


संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल पर सियासत
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) से जुड़े संविदा स्वास्थ्यकर्मियों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के अध्यक्ष अमित जोगी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पत्र लिखा था. उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार संविदा कर्मियों के प्रति तानाशाही रवैया अपना रही है. प्रियंका गांधी के ''अभियान संविदा नहीं सम्मान चाहिए'' की याद दिलाते हुए उन्होंने स्वाथ्यकर्मियों की नियमितीकरण की मांग की थी. साथ ही उनकी बर्खास्तगी और FIR को भी निरस्त करने की का अनुरोध किया.


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