यादें 2020: देश के दिल से देवभूमि तक, तस्वीरें जो दिल पर छा गईं, इतिहास बना गईं, देखें
शायद आप इस साल को कभी याद नहीं करना चाहेंगे. लेकिन इस साल की कुछ ऐसी तस्वीरें भी हैं जो कभी भुलाई नहीं जा सकेंगी. उत्तर प्रदेश का हाथरस केस हो या फिर मध्य प्रदेश में सियासी ड्रामे के बाद बनी सरकार और उसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया की भूमिका, हर घटना की अपनी एक तस्वीर है. आप भी देखिए ऐसी चुनिंदा तस्वीरें जो साल 2020 की पहचान बन गईं...
साल 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 15 साल बाद सरकार बनी थी. लेकिन 2020 में यह सरकार गिर गयी. जिसकी वजह बने ज्योतिरादित्य सिंधिया. 2020 में देश की राजनीति का सबसे बड़ा घटनाक्रम घटा. ज्योतिरादित्य सिंधिया 10 मार्च को कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए. कांग्रेस में 17 साल की सियासी पारी खेलकर सिंधिया ने बीजेपी की तरफ से नयी पारी की शुरुआत की और प्रदेश में 15 महीने पुरानी कमलनाथ सरकार गिर गयी. बीजेपी नेता जफर इस्लाम सिंधिया की बीजेपी में एंट्री के सूत्रधार माने गए. बीजेपी में शामिल होने के बाद 12 मार्च को ज्योतिरादित्य सिंधिया जब राजधानी भोपाल पहुंचे तो उनके समर्थकों ने कुछ इस तरह उनका स्वागत किया.
10 मार्च का 2020 की सियासत का सबसे बड़ा दिन रहा. एक तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया तो दूसरी तरफ बेगलुरु के एक रिजॉर्ट में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 22 विधायकों ने एक साथ विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने वाले विधायकों में 6 कैबिनेट मंत्री भी शामिल थे. इन इस्तीफओं से मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिर गयी. एक साथ इस्तीफा लिए सिंधिया समर्थक विधायकों की फोटो जमकर वायरल हुई थी.
ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत से मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरी. 20 मार्च को कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. सिंधिया की बगावत से बीजेपी ने एक बार फिर प्रदेश की सत्ता में वापसी की बीजेपी ने इस बार भी कमान शिवराज सिंह चौहान को सौंपी. 23 मार्च की रात 9 बजे प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के साथ चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते शिवराज सिंह चौहान.
मध्य प्रदेश में उपचुनाव होने वाले थे. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनावी रैली में बीजेपी सरकार में मंत्री इमरती देवी को आइटम कह दिया था. इससे आहत इमरती देवी की रोती हुई तस्वीर सुर्खियों में रही. बीजेपी ने इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश की. बदले में इमरती देवी ने कमलनाथ को बंगाली बाबा तक कह दिया. हालांकि इस उपचुनाव में इमरती देवी को हार का सामना करना पड़ा.
इस साल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर छत्तीसगढ़ में पुन्नी मेले की धूम रही. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मौके पर खारून नदी के महादेव घाट पर आस्था की डुबकी लगाई और मां खारून से छत्तीसगढ़ की जनता की खुशहाली की कामना की. नदी में डुबकी लगाने की उनकी इस तस्वीर को सोशल मीडिया में खूब पसंद किया गया.
जब कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू था तो प्रवासी श्रमिक अपने घरों को जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े थे. कुछ ने तो अपने गांव शहर लौटने के लिए जीवन तक को संकट में डाल दिया. ऐसी ही एक तस्वीर इंदौर से सामने आई थी. इंदौर.उज्जैन सीमा के पंथपिपलाई बॉर्डर पर ट्रैफिक जवानों ने एक मिक्सर मशीन को निकलते देखा. जब उन्होंने रोक कर तलाशी ली तो मिक्सर मशीन के अंदर से 18 प्रवासी श्रमिक बाहर निकले. यह तस्वीर बेहद भावुक कर देने वाली थी.
5 अगस्त 2020 की तारीख इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों से हमेशा-हमेशा के लिए दर्ज हो गई. 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद रामलला के टेंट से मंदिर में पहुंचने का मार्ग प्रशस्त हुआ. 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम की नगरी पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में बजरंगबली के दर्शन किए. फिर रामलला को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया. इसके बाद पूजा-अर्चना की. पीएम मोदी की यह तस्वीर राम भक्तों को दिलों में बस गई.
2 जुलाई 2020 को कानपुर के बिकरू गांव में पुलिसकर्मियों की हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. इस हत्याकांड में एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे. घटना को अंजाम देकर मुख्य आरोपी विकास दुबे फरार हो गया. पुलिस ने उसके सारे गुर्गों को मौत के घाट उतार दिया था. वारदात के ठीक 6 दिन बाद विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर के बाहर से गिरफ्तार किया गया था. वहां से कानपुर लाते हुए गाड़ी पलट गई, मौका पाकर विकास दुबे ने भागने कोशिश की थी. जिस पर पुलिस ने उसे मार गिराया था.
बरेली में दिल्ली, नोएडा, हरियाणा और देश भर से आ रहे लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करती इस तस्वीर ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी थी. दरअसल, बरेली में सड़क पर बैठा कर ट्रैफिक पुलिस और फायर विभाग के स्टाफ ने लोगों पर केमिकल की बारिश कर दी थी. सैटेलाइट बस स्टैंड पर बसों के इंतजार में बैठे सैकड़ो लोगों पर सोडियम हाइपोक्लोराइड की बारिश की गई थी. इनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल थे. प्रशासन का तर्क था कि इससे कोरोना फैलाव नहीं होगा.
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली यह तस्वीर चटिया फार्म ग्रामीण इलाके के एक खेत की है. जहां दो दिन के नवजात को अज्ञात लोगों ने जिंदा गाड़ दिया था. कुंडल सिंह भंडारी जब सुबह अपने खेत पर काम करने गया तो उसे रोते हुए बच्चे की आवाज सुनाई. वह भागता-भागता वहां पहुंचा तो उसके होश उड़ गए. नवजात को मिट्टी में आधा गाड़ दिया गया था. बच्चे का शरीर नीला पड़ गया था, लेकिन उसकी सांसें चल रही थीं. बाद में दो दिन के नवजात को डॉक्टरों ने बचा लिया.
हाथरस में गांव के ही चार लड़कों पर 19 साल की एक दलित लड़की के साथ गैंगरेप (Hathras Gangrape Case) का मामला आया. पीड़िता को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. वहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया जहां उसने अंतिम सांस ली. हाथरस गैंगरेप पीड़िता का शव गांव पहुंचा. परिवारवाले रात में अंतिम संस्कार नहीं करना चाहते थे, लेकिन पुलिस-प्रशासन इसपर अड़े थे. पुलिस ने रात के अंधेरे में पीड़िता का शव जला दिया. इस तस्वीर ने पूरे देश में बवाल मचा दिया. लोग जगह-जगह प्रदर्शन करने लगे और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग भी उठी.
नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पिछले 29 दिनों से सिंघू बॉर्डर पर अपना डेरा जमा रखा है. वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगे मंगवाने के लिए आंदोलनरत हैं. इस दौरान बोरियत और खालीपन को दूर करने के लिए किसान किताबें पढ़ रहे हैं, अपना अखबार निकाल रहे हैं. प्रदर्शन के दौरान की यह तस्वीर भी लोगों की जेहन में बस गई है. इसमें एक किसान भगत सिंह की जीवनी पढ़ रह है. किसानों के आंदोलन की यह भी एक सशक्त तस्वीर है.
दिल्ली के शाहीन बाग में CAA-NRC के विरोध में करीब तीन महीने प्रदर्शन हुआ. इसमें 'शाहीन बाग की दादी' शामिल हुई थी. दुनिया भर में दादी ने नाम कमाया था. शाहीन बाग में सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान सुर्खियों में आईं दादियों में से एक बिल्किस दादी का दुनिया में डंका बजा है. दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मैग्जीन में से एक टाइम ने साल 2020 के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची जारी की है. मैग्जीन ने 82 साल की बिल्किस दादी को 100 प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में जगह दी.
चीन के बाद इटली दुनिया का वह देश बना, जहां पर कोरोना वायरस ने हाहाकार मचाया. मार्च में यहां पर अस्पतालों में भीड़ लग गई. अस्पतालों में काम करने वाली नर्सों के चेहरे पर फेस मास्क की वजह से निशान तक पड़ गए. इटली के अस्पतालों में काम करने वाली नर्सों ने मास्क की वजह से चेहरे पर आए निशान की फोटोग्राफ शेयर कीं. इन फोटो के साथ ही उन्होंने दुनिया को बताया है कि कैसे अब उन्हें थकान महसूस होने लगी है. इन तस्वीरों ने लोगों को अंदर तक झकझोर कर रख दिया था. लेकिन देश-दुनिया में कोरोना वॉरियर्स के जज्बे हर किसी ने सराहा भी.
25 मई 2020 को अमेरिका की मिनियापोलिस पुलिस ने जॉर्ज फ्लॉयड को नकली नोट चलाने के आरोप में हिरासत में लिया था. एक पुलिसकर्मी ने जॉर्ज की गर्दन पर लगभग आठ मिनट के लिए अपना घुटना रखा था जिसके बाद जॉर्ज को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी. पुलिस हिरासत में उनकी मौत हो गई. बाद में यह वीडियो पूरे अमेरिका में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए. बाद में इस आंदोलन ने श्वेत-अश्वेत की लड़ाई बन गया था.