नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के चलते इंदौर की संवारे पुलिस को निगरानी के दौरान बाइक सवारों के पास से 11 लाख मिले हैं. पुलिस को ये रुपये वाहन चेकिंग के दौरान बरामद किए हैं. बताया जा रहा कि संवारे पुलिस के द्वारा वाहन चेकिंग की जा रही थी इसी दौरान एक बाइक सवार युवक को रोका गया, जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से ग्यारह लाख रुपये मिले. जिस युवक के पास इतनी बड़ी मात्रा में रूपये मिले हैं वह खुद को रितेश अग्रवाल बता रहा है और इंदौर के शिक्षक नगर का रहने वाला है. युवक खुद को मंडी का व्यपारी बता रहा है.


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फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले में युवक से पुछताछ कर इसकी सूचना इनकम टैक्स विभाग को दे दी है और रुपयों को जब्त कर लिया है. इनकम टैक्स के अधिकारियों के पहुंचने पर पुलिस ये पैसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को सौंप देगी. वहीं युवक ने बताया कि ग्यारह लाख रुपये उज्जैन से लेकर इंदौर आ रहा था, लेकिन संवारे पुलिस ने वाहन चैकिंग के दौरान पकड़ लिया. फिलहाल पूरे मामले की बारीकी से जांच में पुलिस के साथ इनकम टैक्स विभाग भी जुटा हुआ है. ऐसी भी सम्भवना बताई जा रही है कि इन रुपयों का उपयोग लोकसभा चुनाव में भी हो सकता है. फिलहाल पकड़े गए युवक से पुलिस पुछताछ कर रही है.


चुनावी चेकिंग के दौरान इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्री के पास मिले 2 लाख रुपये 


बता दें इससे पहले बीते सोमवार को ही पुलिस को जबलपुर-इंदौर ओवरनाइट एक्सप्रेस में एक युवक के पास से 2 लाख रुपये मिले थे. जिस पर पुलिस ने युवक को पैसों के साथ हिरासत में रखा था. युवक से पूछताछ में उसने खुद को कपड़ा व्यापारी बताया था और रुपयों का हिसाब देते हुए उसने बताया था कि ये रुपये वह कपड़े खरीदने के लिए लेकर जा रहा था, जिसके बाद रुपयों का पूरा हिसाब मिलने के बाद पुलिस ने युवक को छोड़ दिया था.


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वहीं एक रिपोर्ट में कहा गया था कि काले धन के इस्तेमाल के मामले मध्य प्रदेश पहले नंबर पर है. रिपोर्ट में कहा गया था कि मध्य प्रदेश में चुनावों में काले धन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हो रहा है. चुनाव चाहे विधानसभा का हो या लोकसभा का अधिकारी कालेधन के इस्तेमाल पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं. जांच एजेंसियों की तमाम सख्तियों को बहाना बताते हुए चुनावी कामकाज में जुटे अफसरों के लिए भी कालेधन का इस्तेमाल एक चुनौती बन चुका है. विधानसभा के बाद अब मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भी कालेधन का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर हो रहा है.