Dhan Kharidi Date in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ सरकार के लिए अब एक नई परेशानी खड़ी हो गई है. कांग्रेस ने धान खरीदी की तारीख पर और किसानों की परेशानी से जुड़े हर मामले पर कच्चे चिट्ठे निकालना शुरू कर दिए है. छत्तीसगढ़ में धान के मुद्दे एक बार फिर सरकार और कांग्रेस में तकरार शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता और सदन में नेता प्रतिपक्ष  डॉ. चरणदास महंत ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार की वजह से प्रदेश में करीब 1000 करोड़ के धान का फलस खराब हो गई है. जब से छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की सरकार गई है तब से लगातार कांग्रेस सरकार को घेरने का मौका खोजती रहती है. इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि सरकार पहले 1000 करोड़ का धान जो खराब हुआ है उसपर जांच करे. साथ ही 1 नवंबर से धान खरीदी भी शुरू करे. 


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कांग्रेस ने पत्र लिख लगाया आरोप
इस मसले पर डॉ. चरणदास महंत ने एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि धान की सुरक्षा और रखरखाव की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होता है. 2 सितम्बर 2024 कुल 25 लाख 93 हजार 880 क्विंटल धान की मीलिंग नहीं हो सकी थी. आगे जब पड़ताल किया गया तो यह पाया गया कि उक्त मात्रा में से 4 लाख 16 हजार 410 क्विंटल धान तो विभिन्न खरीदी केन्द्रों पर शेष बताया जा रहा है तथा 21 लाख 77 हजार 470 क्विंटल धान राज्य सहकारी विपणन संघ के विभिन्न संग्रहण केंद्रों पर शेष बता रही है.


आरोप के बाद प्रदेश में सियासत तेज
भाजपा सरकार पर लगातार कांग्रेस हमलावार रहती है. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष के आरोप के बाद प्रदेश में एक बार फिर से नई सियासत शुरू हो गई है. अब देखना यह है कि भाजपा सरकार और सीएम साय इसपर क्या कदम उठाते हैं.


बीजेपी का जवाब भी सुनिए 
कांग्रेस के 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू करने की मांग पर विधायक राजेश मूणत ने बचाव करते हुए कहा धान अभी पैदा नहीं हुआ तो किसान कहां से परेशान हो रहे हैं. एक लाख 40 हजार क्विंटल धान सरकार खरीदेगी. सरकार व्यवस्था सुनिश्चित कर रही है. कांग्रेस को आरोप लगाने से पहले इतिहास पढ़ना चाहिए. ये भी बताएं कि कांग्रेस के कार्यकाल में कितना हजार क्विंटल धान सड़ा. जितना धान घोटाला कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ क्या उसमें प्रकाश डालेंगे? अगर किसी प्रकार की मिसमैनेजमेंट है तो बीजेपी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी.