प्रकाश शर्मा/जांजगीर-चांपा: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती थाना में पदस्थ आरक्षक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में केरा रोड पर बिजली के तार से लिपटी मिली है. घटना बीती देर रात की है. पुलिस ने शव मौके से हटा कर जिला हॉस्पिटल के मर्चुरी में रखवा दिया था.आज सुबह मृतक आरक्षक के भाई जिला हॉस्पिटल पहुंचे और उन्होंने इसे हाई प्रोफाइल मर्डर बताया. 


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मृतक आरक्षक पुष्पराज सिंह के भाई जगदीप ठाकुर के शब्दों में यह एक हाई प्रोफाईल मर्डर है, जिसमें विभाग के बड़े अधिकारी संलिप्त हैं. उन्होंने सक्ती थाना प्रभारी रविन्द्र अनंत पर स्पष्ट आरोप लगाया और कहा कि उनका भाई आज सक्ती थाना प्रभारी के किसी बड़े मामले का खुलाशा करने वाला था. इसी के चलते उसकी हत्या कर दी गई. जगदीप ठाकुर ने मुख्यमंत्री और गृहमुत्री से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. 


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इस मामले मे जांच अधिकारी एसडीओपी संदीप मित्तल ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद  मौत की परिस्थितियों और आरोपों पर जांच और कार्रवाई करने की बात कही है.


आपको बता दें कि आरक्षक पुष्पराज सिंह उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने अपने साल भर का वेतन कोरोना से लड़ने मुख्यमंत्री सहायता कोष मे दान कर दिया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने इनकी सराहना भी की थी. साथ ही सोशल मीडिया पर भी तरीफ की थी. 


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पुलिसकर्मियों के हित के लिए लड़ने वालों में से एक नाम था पुष्पराज
आरक्षक पुष्पराज सिंह पुलिस कर्मियों के हित की लड़ाई लड़ने वाले संगठन के प्रमुख चेहरों मे से एक थे.पुष्पराज सिंह लगातार सोशल मीडिया पर भी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ पोस्ट करते थे. साथ ही वह छोटे कर्मचारियों के शोषण के खिलाफ भी आवाज उठाते थे. उनके इस क्रांतिकारी रवैये की वजह से ही वे 6 बार निलंबित और एक बार बर्खास्त भी किये गये. मगर पुनः बहाल हुए. वह पहले सक्ती थाना प्रभारी पर सक्ती क्षेत्र मे मोटी रकम लेकर जुआ खिलवाने का आरोप लगा चुके थे. 


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