जन्मजय/महासमुंद: महासमुंद में अपनी पांच बेटियों के साथ ट्रेन के सामने पटरी पर बैठकर सामूहिक आत्महत्या के मामले में भाजपा की छः सदस्यीय टीम मामले की जांच करने पीड़ित के घर पहुंची थी. भाजपा की जांच में आत्महत्या के पीछे पारिवारिक कलह, शराब जैसे मामले का हवाला दिया जा है. भाजपा की जांच टीम को जांच के दौरान ग्रामीणों के विरोध का सामना भी करना पड़ा.


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वहीं मामले में महासमुंद कोतवाली थाना पुलिस भी जांच कर रही है. प्रथम दृष्टया से पुलिस ने भी ये माना है कि पति के शराब का आदि होने के कारण ही महिला ने अपनी बेटियों के साथ आत्महत्या की. 


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लेकिन मृतका उमा साहू और उसकी पांच बेटियों के सामूहिक आत्महत्या के मामले में अगर मृतका उमा साहू के मामा की मानें तो इस घटना की असली वजह कुछ और है. दरअसल केजुराम साहू दो भाई थे. एक भाई की अकाल मृत्यु के बाद प्रॉपर्टी का झगड़ा लंबे समय से चला आ रहा था. केजूराम की पांच बेटियां अब विवाह योग्य हो रही थी. उनके विवाह में प्रॉपर्टी बिक जाने का भय उसके दादी-दादा और बड़ी मां की फैमिली को सताने लगा था. यही वजह थी कि आए दिन केजूराम की पत्नी और उसकी पांचो बेटियां प्रताड़ना का शिकार होती थी. 


केजूराम साहू के बारे में उसके पड़ोसी और ससुराल पक्ष से हर किसी ने एक ही बात बताई है कि केजूराम शराब जरूर पीता था, लेकिन उसने कभी अपने बच्चों और पत्नी को हाथ नहीं उठाया.  लेकिन इस मामले में उमा साहू के दादा दादी ज्यादा जिम्मेदार हैं. वही मृतका उमा साहू और उसके बच्चों को प्रताड़ित करते थे. लेकिन मृताका का पति इसका विरोध नहीं कर पाता था, जिसके कारण बच्चे मानसिक रूप से परेशान हो रहे थे. यही वजह है कि उन्होंने ये कदम उठाया.


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