MP विधानसभा में गूंजा गेंहू पर बोनस का मुद्दा, विपक्ष ने सरकार से पूछा `देंगे या नहीं`
सीएम कमलनाथ ने सदन में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा `मुंह चलना और गवर्नमेंट चलाने में अंतर होता है`.
भोपाल: सदन में किसानों को गेंहू पर 160 रु बोनस देने के मुद्दे पर आज जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए पूछा कि किसानों को बोनस देंगे या नहीं. जिस पर, सीएम कमलनाथ (CM Kamal Nath) ने कहा कि केंद्र की ओर से चिट्ठी आई है, लिखा है कि अगर बोनस दिया तो 7 लाख टन खरीदी कम करेंगे.
सीएम कमलनाथ ने कहा कि केंद्र से राशि नहीं मिली. क्या BJP के 28 सांसदों में से किसी भी एक सांसद ने केंद्र के सामने बात रखी. सीएम कमलनाथ ने सदन में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा "मुंह चलना और गवर्नमेंट चलाने में अंतर होता है".
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आज सदन में सरकार की कलई खुल गई. नकाब उतर गया, सरकार का असली चेहरा सामने आ गया. शिवराज चौहान ने पूछा कि जो बोनस देने का वादा किया था अब क्यों मना कर रहे हो.
शिवराज चौहान ने इस दौरान सीएम कमलनाथ पर भी निशाना साधा, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि केंद्र सरकार से पूछकर आपने वचन पत्र बनाया था. सरकार उत्तर नहीं दे रही है इधर-उधर की बात कर रहे हैं. बोनस देंगे या नहीं इसका जवाब नहीं दे रहे हैं और केंद्र की चिट्ठी आ गई ये कह रहे हैं. कांग्रेस ने जनता से वादा किया था कि हम किसानों को बोनस देंगे. लेकिन दे नहीं रही है.
आज ये मामला सदन में उठा तो सरकार और विभाग के मंत्री तैयारी करके नहीं आए. मंत्री ने कहा कि किसान समृद्धि योजना के माध्यम से देंगे. लेकिन, उन्होंने बजट में प्रावधान नहीं किया. अब मुख्यमंत्री कमलनाथ कह रहे हैं कि केंद्र सरकार हमसे अनाज नहीं खरीद रही है. केंद्र की चिट्टी आ गई है. ये सरकार इधर-उधर की बात कर रही है.
शिवराज सिंह चौहान ने सीएम कमलनाथ के मुंह चलाने और सरकार चलाने में अंतर है वाले बयान पर भी पलटवार किया उन्होंने कहा कि ये सरकार सिर्फ मुंह ही तो चला रही है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा चार हजार रुपये बेरोजगारों को भत्ता देने की बात कही थी लेकिन अब सरकार दे नहीं रही है. किसानों और बेरोजगारों की पीठ में सरकार ने छुरा घोंपा है.
शिवराज सिंह चौहान ने उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी पर भी झूठ बोलने का आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि अतिथि विद्वानों को नियमित नहीं कर रहे हैं. उनकी आवाज दबाई जा रही है. शिवराज चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जी इतने असंवेदनशील न बने. अतिथि विद्वान कड़कड़ाती सर्दी में खुले आसमान में रात बीता रहे हैं. बच्चों को लेकर अतिथि विद्वान धरना दे रहे हैं. हम अतिथि विद्वानों के साथ खड़े हैं, उनकी मांगें तो पूरी करनी ही होंगी.
इंदौर में बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदर्शन में पुलिस की लाठी चार्ज को लेकर भी शिवराज चौहान ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये सरकार लोकतंत्र में जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है. लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे.