रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम में सावरकर की तस्वीर छपी कॉपियों को बांटने को लेकर शिक्षक के निलंबन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मलवासा हाई स्कूल के छात्र अपने गणित के शिक्षक आरएन केरावत के निलंबन के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. शिक्षक की बहाली की मांग को लेकर 9वीं और 10वीं के छात्रों ने प्री-बोर्ड परीक्षाओं का भी बहिष्कार कर दिया है.


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आपको बता दें कि, 14 जनवरी को मलवासा हाई स्कूल के शिक्षक आरएन केरावत को प्रशासन ने निलंबित कर दिया था. प्रशासन ने कहा था कि आरएन केरावत के प्राचार्य रहते बिना अनुमति के एनजीओ द्वारा सावरकर की छपी तस्वीर वाली कॉपियों को निशुल्क बांटा गया था.



सवालों के घेरे में निलंबन कार्रवाई
दरअसल, स्कूल में किसी एनजीओ द्वारा सामग्री का वितरण करना आम बात है. समय-समय पर जनप्रतिनिधियों, समाज सेवियों और एनजीओ के द्वारा छात्रों के हित में सामग्री वितरित की जाती है. शिक्षकों का भी मानना है कि शिक्षक छात्रों के हित के लिए स्कूल में एनजीओ द्वारा कॉपियां वितरण करवाते हैं. लेकिन फिर भी मलवासा हाई स्कूल के शिक्षक पर कार्रवाई की गई है.



बीजेपी ने कमलनाथ सरकार पर लगाए आरोप
वहीं राष्ट्रपति अवॉर्ड सम्मानित शिक्षक के निलंबन मामले ने सियासी पारे को भी गरमाया था. बीजेपी ने कमलनाथ सरकार पर गलत कार्रवाई करने का आरोप लगाया था. लेकिन अब इस मामले में बच्चे भी शिक्षक के समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने परीक्षाओं का बहिष्कार कर दिया है.


छात्रों का आंदोलन या फिर कोई और शामिल
स्कूल में बच्चों द्वारा शिक्षक के निलंबन पर इस तरह विरोध करना भी कई सवाल खड़े करता है. लाख समझाने के बाद भी छात्र समझने को तैयार नहीं हैं. वो अपनी परीक्षाएं भी छोड़ रहे हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस आंदोलन के पीछे किसी का हाथ भी हो सकता है. वहीं दूसरी ओर ये विरोध प्रदर्शन बच्चों के भविष्य के लिए खतरा बनता जा रहा है.