रायपुर: छत्तीसगढ़ कराटे एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार चंद्रा ने अपने खिलाफ लगाए गए छेड़खानी आरोपों के मामले में खुद गौरेला पेंड्रा मरवाही पहुंच कर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से जांच कराने की मांग की है. इससे कुछ दिन पहले ट्रेनिंग ले रहीं छात्राओं ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर चंद्रा के खिलाफ अश्लील बातें करने एवं व्हाट्सएप पर देर रात अश्लील चैट करने का आरोप लगा लगाया था. आरोप लगने के बाद सुशील चंद्रा ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर उन पर लगे आरोपों की जांच करने की मांग की है. 


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छत्तीसगढ़ कराटे एसोसिएशन के सदस्यों के साथ चंद्रा गुरुवार को कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे. चंद्रा ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि उनके खिलाफ की गई शिकायत की निष्पक्ष जांच की जाए. शिकायत में जिस व्हाट्सएप चैट का जिक्र किया जा रहा है उसकी भी तफ्तीश की जाए. उन्होंने प्रशासन से कहा कि अगर इसमें वे दोषी ठहराए जाते हैं तो कानूनी कार्रवाई की जाए. 


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चंद्रा ने लगाया उल्टा आरोप
चंद्रा ने पुलिस को बताया कि कराते एसोसिएशन के साथ नाम को खराब करने के लिए ये साजिश की गई है. अगर कोई आरोप साबित नहीं होता है कि साजिश रचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. चंद्रा का कहना है कि कराते एसोसिएशन के जिला प्रशिक्षण अशोक कुमार वर्मा ने उनके खिलाफ साजिश रची है, क्योंकि उनके खिलाफ शिकायतों के बाद उसे हटाने कराटे एसोसिएशन ने कार्रवाई शुरू की थी. बाहर का व्यक्ति जिले में प्रशिक्षण का कार्यक्रम कर रहा है और जब उसे हटाने के लिए एसोसिएशन आगे आया तो उनके खिलाफ इस तरह की साजिश रची गई है. 


आपसी रंजिश की भेंट चढ़ रही योजना
इस पूरे मामले में कलेक्टर प्रियंका महोबिया का कहना है कि छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई महत्वपूर्ण योजना राजनीति और आपसी खींचतान की भेंट चढ़ती नजर आ रही है. हालांकि मामले में जिस तरह दोनों पक्ष आमने-सामने आए हैं. अब पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है कि पूरे मामले की सही से जांच करते हुए दोषी को सामने लाए और कार्रवाई करें.