नई दिल्लीः भारत के मिडिल क्लास परिवारों के लिए एक खुशखबरी है. केंद्र सरकार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को विस्तार देने पर विचार कर रही है. यानी अब इस योजना का फायदा मिडिल क्लास परिवार भी उठा सकते हैं. इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने दी है. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में इस बड़े बदलाव के पीछे सरकार का मकसद उन लोगों को मदद पहुंचाना है जो मिडिल क्लास हैं. यानी जो न तो अमीर है और न ही गरीब है. 


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मामूली प्रीमियम पर मिलेगा लाभ


अधिकारियों के मुताबिक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का विस्तार कर मामूली प्रीमियम पर अधिक लोगों तक ये लाभ पहुंचाने की तैयारी की जा रही है. इसके बाद उन लोगों को भी लाभ मिल सकेगा जिन्हें इसकी आवश्यकता है. भारत में अधिकतर लोग मिडिल क्लास से आते हैं जिनके पास किसी भी प्रकार का हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम का कवर नहीं होगा. कई बार बीमारी का खर्च इतना होता है कि एक मध्यम वर्गीय परिवार उसका भार नहीं उठा सकता. योजना में यह बदलाव सीधे तौर पर लोगों को फायदा पहुंचाएगा.


अब तक 4 करोड़ लोगों ने उठाया लाभ


आयुष्मान भारत योजना फिलहाल गरीब और कमजोर तबके के लोगों को हेल्थ कवर प्रदान कर रही है. अब तक 4 करोड़ लोग इस योजना का लाभ उठाया चुके हैं. योजना का 60% खर्च केंद्र और 40 % खर्च राज्य सरकारें उठाती हैं. आज देश भर में करीब 28,000 अस्पताल केंद्र की इस योजना का हिस्सा हैं. यह योजना पीएम मोदी ने साल 2018 में शुरु की थी. आयुष्मान भारत योजना के तहत, वो लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, वे 5 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त करा सकते हैं.


पिछले दिनों ट्रांसजेंडर भी बने थे हिस्सा


पिछले दिनों सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में बड़ा बदलाव करते हुए ट्रांसजेंडर्स को भी योजना में शामिल किया था. सरकार के इस कदम की सराहना की गई थी. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा था कि यह ट्रांसजेंडर वर्ग के लिए अधिकार तथा सम्मानपूर्ण स्थान सुनिश्चित करेगा. साथ ही इस योजना का नाम भी बदला गया था. इसका नाम अब 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना' रखा गया है.