बैतूल: देश में सोलर विलेज के नाम से पहचान स्थापित कर चुके मध्य प्रदेश के बैतूल के लोगों ने मिसाल पेश की है. यहां के ग्राम बाचा में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीणों ने खुद ही जनता कर्फ्यू लगा दिया है. हर आने-जाने वालों की बाकायदा चेकिंग की जा रही है. ग्रामीणों के इस प्रयास को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सराहा है और नाकाबंदी वाली फ़ोटो ट्वीट की है.



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दरअसल, घोड़ाडोंगरी विकासखंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खदारा के बाचा गांव में 74 घर हैं. जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए गांव को सुरक्षित रखने के लिए कड़ा निर्णय लिया है. ग्रामीणों ने 21 अप्रैल को आम सहमति बनाई और उसके बाद प्रवेश मार्ग पर नाकाबंदी कर दी. अब अतिआवश्यक कार्य से ही लोगों को बाहर निकलने दिया जा रहा है. जबकि जरूरत की सामग्री उपलब्ध कराने के लिए युवाओं की एक टीम है जो हर घर में पहुंचकर संपर्क कर रही है. बाजार से जरूरत का सामान लाने के लिए दो युवाओं को जिम्मेदारी दी गई है और वे ही सब कुछ मुहैया करा रहे हैं.


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गांव के देवसू कवड़े ने बताया कि इस पहल को ग्राम पंचायत के द्वारा भी बेहद सराहा गया है. गांव में अब तक कोरोना की दस्तक नहीं हुई है और आने वाले समय में भी कोई इस बीमारी की चपेट में न आ सके, इसके लिए बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.


दूसरे ग्रामीण अनिल उइके ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा की गई जनता कर्फ्यू की अपील पर ग्रामीणों ने निर्णय लिया. हर गांव और नगर को यह निर्णय लेकर कोरोना का संक्रमण रोकने का प्रयास करना होगा. प्रशासन भी इन ग्रामीणों की सराहना कर रहा है. अपने गांव को सुरक्षित रखना हमारा कर्त्तव्य है, इसीलिए हमने नाकाबंदी कर गांव सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे हैं.


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लोगों की इस पहल पर तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा का कहना है कि बाचा गांव के ग्रामीणों ने एक अच्छा संदेश दिया है. हम लोगों ने भी जनता से अपील की है कि वे अपने गांव में बाहरी लोगों की आने-जाने की जानकारी रखें. इससे कोरोना पर काबू पाया जा सकता है. 



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