Actor Sahil Khan Arrested: बॉलीवुड अभिनेता साहिल खान को मुंबई पुलिस ने जगदलपुर से गिरफ्तार कर लिया है. बेटिंग एप मामले में साहिल खान की गिरफ्तारी की गई है. बॉम्बे हाईकोर्ट ने साहिल खान की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. साहिल खान पर बेटिंग एप का संचालन करने और बैटिंग को प्रमोट करने का आरोप है. इस मामले में मुंबई एसआईटी जांच कर रही है.  साहिल खान की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद साहिल खान की गिरफ्तारी तय हो गई थी. 


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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, साहिल खान गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले मुंबई से गोवा पंहुचा. बंगलुरु से कर्नाटक के रास्ते साहिल खान जगदलपुर पंहुचा था. एसआईटी की टीम साहिल को ट्रेस करते हुए जगदलपुर पंहुची. गिरफ्तारी की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं लगी. बताया जा रहा है कि साहिल को गिरफ्तार कर रविवार सुबह एसआईटी रायपुर से मुंबई के लिए रवाना हो गई. छत्तीसगढ़ के महादेव सट्टा एप से भी साहिल खान के तार जुड़े हुए हो सकते हैं. फिलहाल साहिल खान की गिरफ्तारी के बाद अब बैटिंग एप मामले में नए खुलासे होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं.


कोर्ट में पेश होगा साहिल खान
पुलिस ने साहिल खान को 40 घंटे लंबे ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया. गिरफ्तार के बाद आरोपी साहिल खान को मुंबई ले जाया गया, जहां उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. एसआईटी कुछ वित्तीय और रियल एस्टेट कंपनियों और विवादास्पद महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों के बीच कथित अवैध लेनदेन की जांच कर रही है. 'Style' और 'Excuse Me' जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका निभा चुके साहिल खान इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं. 


इन कलाकारों भी हो चुकी पूछताछ
सट्टा केस में कुछ दिन पहले ही महादेव बेटिंग ऐप के सब्सिडियरी एप के प्रमोशन के मामले में एक्टर तमन्ना भाटिया को समन जारी किया था. फेयरप्ले सट्टेबाजी ऐप पर कथित तौर पर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मैचों को बढ़ावा देने के लिए अभिनेता को महाराष्ट्र साइबर सेल ने तलब किया गया था. महादेव सट्टेबाजी ऐप ने पिछले साल तब सुर्खियां बटोरीं जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऐप के विज्ञापनों में दिखाई दिए अभिनेता रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर को पूछताछ के लिए बुलाया था. 


क्या है महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप?
महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप का संचालन दुबई से सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल द्वारा किया जाता था. ये दोनों छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं. ED की जांच से पता चला है कि महादेव ऑनलाइन बुक ऐप यूएई के एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलाया जाता है. ईडी के अधिकारियों ने कहा कि चंद्राकर और उप्पल के पुलिस, नौकरशाहों और राजनेताओं से भी संबंध थे और इसके लिए वे उन्हें रूपये भी देते थे.