Madhya Pradesh Property: अगर आप भी मध्य प्रदेश में प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं तो दूसरे राज्यों की अपेक्षा आपको यहां ज्यादा पैसा देना होगा, यानि एमपी में प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो रहा है, क्योंकि मप्र में स्टाम्प ड्यूटी की ऊंची दरों की वजह से प्रॉपर्टी के लिए ज्यादा राशि चुकानी पड़ती है. स्टाम्प ड्यूटी के अलावा रजिस्ट्रेशन चार्ज भी ज्यादा है. जिससे इस वक्त देश के दूसरे राज्यों की अपेक्षा मध्य प्रदेश में प्रॉपर्टी खरीदना महंगा है. 


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स्टाम्प ड्यूटी 9 प्रतिशत 


मध्य प्रदेश में फिलहाल स्टाम्प ड्यूटी की दर 9.5 प्रतिशत है. जबकि यहां रजिस्ट्रेशन चार्ज भी 3 फीसदी है. वहीं अगर आप महिलाओं के नाम पर प्रॉपर्टी खरीदते हैं तो 2 प्रतिशत की छूट मिलती है, यानि यह दर घटकर 7.5 प्रतिशत हो जाती है. यही वजह है कि एमपी में प्रॉपर्टी की खरीददारी महिलाओं के नाम पर ज्यादा हो रही है. 


प्रदेश के रियल एस्टेट डेवलपर्स भी लंबे समय से मध्य प्रदेश में स्टाम्प ड्यूटी को कम करने की मांग सरकार से कर रहे हैं, क्योंकि इससे आम आदमी के साथ-साथ सरकार को भी ज्यादा फायदा नहीं है, अगर स्टाम्प ड्यूटी के दाम कम होते हैं तो सरकार के राजस्व में भी बढ़ोत्तरी होगी, जबकि आम आदमी को भी थोड़ी राहत मिलेगी. 


 


राज्य स्टाम्प ड्यूटी रजिस्ट्रेशन

मध्य प्रदेश

9.50 प्रतिशत

3 प्रतिशत

राजस्थान

8.8 प्रतिशत

1 प्रतिशत

केरल

8 प्रतिशत

2 प्रतिशत

बिहार

8 प्रतिशत

2 प्रतिशत

यूपी

7.5 प्रतिशत

1 प्रतिशत

छत्तीसगढ़

6.6 प्रतिशत

4 प्रतिशत

कर्नाटक

6 प्रतिशत

1 प्रतिशत

ओडिशा

5 प्रतिशत

2 प्रतिशत

आंध्र प्रदेश

5 प्रतिशत

1 प्रतिशत

झारखंड

4 प्रतिशत

1 प्रतिशत

असम

8.25 प्रतिशत

00 प्रतिशत

तेलंगाना

7.5 प्रतिशत

0.50 प्रतिशत

महाराष्ट्र

6 प्रतिशत

1 प्रतिशत

हरियाणा

7 प्रतिशत

00 प्रतिशत

तमिलनाडु

7 प्रतिशत

2 प्रतिशत

त्रिपुरा

5 प्रतिशत

00 प्रतिशत


 


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मध्य प्रदेश के बाद पड़ोसी राज्य राजस्थान का नंबर आता है, राजस्थान में 8.8 प्रतिशत की दर से स्टाम्प ड्यूटी का चार्ज लिया जा रहा है, जबकि 1 प्रतिशत के हिसाब से यहां रजिस्ट्रेशन फीस ली जा रही है. लेकिन रजिस्ट्रेशन फीस मध्य प्रदेश से फिर भी दो प्रतिशत कम है. ऐसे में मध्य प्रदेश में फिलहाल प्रॉपर्टी खरीदना तो महंगा हो ही रहा है. इसे कम करने की मांग भी लंबे समय से चल रही है.