MP Election 2023: एक ओर बिहार में जातिगत गणना (Caste Based Census) के बाद से देश की राजनीति गरमाई हुई है, दूसरी ओर चुनावी राज्यों में राजनीतिक दलों ने पिछड़ा वर्ग  (OBC) को साधने के लिए  कमर कस ली है. मध्य प्रदेश में लोधी समाज को साधने के लिए बीजेपी (BJP) ने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल (Prahlad Singh Patel) को कमान सौंप दी है. विधानसभा प्रत्याशी बनाने के बाद पटले प्रदेश की राजनीति में सक्रिय नजर आने लगे हैं. मंगलवार को रायसेन पहुंचे केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने दशहरा मैदान में रानी अवंती बाई लोधी की प्रतिमा का लोकार्पण करने के बाद सीएम पद (MP CM Face) के लिए दावेदारी भी बड़ा बयान दिया.


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प्रहलाद पटेल ने कहा कि मप्र सुंदर राज्य हैं. बेहद संभावनाओ वाला प्रदेश है. संसाधनों वाला राज्य है. तेज गति से एक नंबर की श्रेणी में पहुंचने के लिए हमेशा अच्छी टीम की जरूरत होती है. उन्होंने कहा, 'आप खुश हैं या नहीं, लेकिन पार्टी जो फैसला करती हैं मैं उसको प्रसन्नता के साथ स्वीकार करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं यहां आकर खुद को गौरवान्वित महसूस करता हूं. मूर्तियां हमारी प्रेरणा का प्रतीक होती हैं.


मुख्यमंत्री के दावेदारों में कौन?
मोदी सरकार (Modi Government) में मंत्री प्रहलाद पटेल पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं. पार्टी ने उन्हें चौंकाने वाली दूसरी लिस्ट में नरसिंहपुर विधानसभा सीट से टिकट दिया है. पटेल विधानसभा के मैदान में उतरने वाले उन बड़े चेहरों में से एक हैं, जिन्हें भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री का संभावित चेहरा माना जा रहा है. टिकट मिलने के बाद पटेल ने मुख्यमंत्री के फेस को लेकर भी बड़ा बयान दिया था. इशारों-इशारों में उन्होंने बड़ी बात कह दी थी.


कौन होगा सीएम का चेहरा?
चुनाव प्रचार के दौरान जब सिवनी में पत्रकारों ने उनसे सीएम फेस को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा 'विधानसभा चुनाव में कोई भी सीएम का चेहरा नहीं होगा. हम पांचों राज्यों में बिना सीएम के चेहरे पर चुनाव लड़ रहे हैं, चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक में ही मुख्यमंत्री का चेहरा तय किया जाएगा.' प्रहलाद सिंह पटेल का यह बयान अहम माना जा रहा है, क्योंकि उनके विधानसभा चुनाव लड़ने से इस पद के लिए उनके नाम की भी चर्चा शुरू हो गई है. 


रिपोर्ट: राज किशोर सोनी