छतरपुर: छतरपुर जिले के घुवारा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष इंद्र प्रताप सिंह परमार की बड़ामलहरा में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. अज्ञात आरोपी वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए. गोली लगने के बाद इन्द्र प्रताप सिंह परमार को आनन-फानन में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है. वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया जब इंद्र प्रताप परमार आयुष होटल के सामने अपने एक साथी के साथ खड़े हुए थे. 


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इस घटना को लेकर पूर्व सीएम और एमपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने दुख जताया और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक ट्वीट में लिखा कि 'घुवारा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष इंद्र प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या किये जाने की दुखद खबर प्राप्त हुई. परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं. मैं सरकार से मांग करता हूं कि तत्काल आरोपियों का पता लगाकर उनकी गिरफ्तारी हो, उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई हो.'


कमलनाथ ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए
पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक है, आज प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है, प्रदेश में हत्याएं, अपहरण, दुष्कर्म, लूट जैसी घटनाएं रोज घटित हो रही है ? जिम्मेदार पश्चिम बंगाल, असम में चुनाव प्रचार में जाकर प्रदेश में सुशासन की बड़ी- बड़ी डिंगे हांक रहे हैं.'



परिजनों ने अस्पताल में की तोड़फोड़
इधर इन्द्र प्रताप सिंह परमार की मौत के बाद गुस्साए उनके परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. इस दौरान तोड़फोड़ भी की गई है. स्थिति को बिगड़ता देख मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. 


सीसीटीवी कैमरे मे कैद हुई घटना
इंद्र सिंह परमार की हत्या का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि एक बाइक से दो व्यक्ति आते हैं. बाइक पर पीछे बैठा आरोपी अचानक नीचे उतरकर इन्द्र प्रताप सिंह परमार को गोली मारता है और बाइक पर सवार होकर दोनों मौके से फरार हो जाते हैं. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच में जुट गई है. 


हत्या की वजह बताई जा रही पुरानी रंजिश
बताया जा रहा है कि पुरानी रंजिश के चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. आरोपी चार साल पहले बिजावर उपजेल से फरार हुये थे, जिसके बाद पुलिस उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. फरारी के दौरान ही उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, हालांकि पुलिस इस मामले में जांच के बाद ही स्पष्ट नतीजे पर पहुंचने की बात कह रही है.


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