भोपाल: कोरोना के संक्रमण (Corona virus) की तीसरी लहर (Corona Third wave) आने की आशंकाओं के बीच स्वास्थ्य विभाग कोरोना सैंपलिंग (Corona Sampling)  जारी रहने के दावा कर रहा है, लेकिन यह सैंपल किस तरह हो रहे हैं, इसे लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. दरअसल भोपाल में एक कबाड़ी के ठेले (Scrap Cart) पर कोरोना की जांच (Covid Test) करने वाली उपयोग नहीं की गई टेस्ट स्टिक मिलीं हैं. ये वहीं स्टिक्स है जिसके जरिए RTPCR के लिए गले से और एंटीजन टेस्ट के लिए नाक से स्वाब सैंपल लिए जाते हैं.


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लोगों के नामों की सूची भी मिली
बता दें कि कबाड़ के ठेले पर बड़ी संख्या में ऐसे लोगों के नाम, मोबाइल नंबरों की सूची भी मिली है, जिनके सैंपल टीमों द्वारा लिए गए थे. इससे आशंका जताई जा रही है कि बिना जांच किए ही लोगों के नाम की लिस्ट बनाई गई और सामान कबाड़ी को बेच दिया गया.


कबाड़ ठेले की जांच होगी
वहीं जब इस बारे में मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से पूछा तो उनका कहना हैं कि इस पूरे मामले की जांच होगी, अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी. कोरोना महामारी में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.


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कांग्रेस ने लगाया बड़ा आरोप
वहीं इस मामले को कांग्रेस ने भी आड़े हाथ लेते हुए कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि जांच सिर्फ कागजों पर हुई है. एक्चुअल जांच हुई होती तो दूसरी लहर फेस नहीं करनी पड़ती. अब जांच में लापरवाही तीसरी लहर को आमंत्रण है. जिन किट से जांच होनी चाहिए वो कबाड़ में मिल रही है. कोरोना की दूसरी लहर में जनता का कबाड़ा हुआ है. दोषियों पर सख्त कार्यवाही के लिए जांच जरूरी है. कांग्रेस मांग करती है कि तीसरी लहर को रोकना है तो जांच की जाए.


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